Inspirational Story: आपदा काल सीखा कम्प्यूटर ज्ञान, 11 साल की उम्र में प्रोग्रामिंग पर पांच किताबें लिख डाली
कोरोना काल में जब सब कुछ थम गया था तब उसकी उंगलियों ने कंप्यूटर के कीबोर्ड पर ऐसी रफ्तार पकड़ी कि प्रोग्रामिंग की भाषा पर अच्छी पकड़ बन गई। मात्र दो वर्ष में जावा विजुअल ब्लॉक पाइथन व सी समेत कोडिंग की विभिन्न भाषाओं की समझ के चलते बड़ा कारनामा कर दिखाया। कोडिंग से जुड़ी हर समस्या का हल उसके पास है। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर पांच किताबें लिखी हैं।
By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 27 Aug 2023 07:23 PM (IST)
अलीगढ़ [विनोद भारती]: जिस उम्र में बच्चे खेलकूद के लिए बहाने खोजते हैं, उस उम्र में सातवीं के छात्र आशीष अग्रवाल ने कंप्यूटर कोडिंग को ही खेल बना लिया है। कोरोना काल में जब सब कुछ थम गया था, तब उसकी उंगलियों ने कंप्यूटर के कीबोर्ड पर ऐसी रफ्तार पकड़ी कि प्रोग्रामिंग की भाषा पर अच्छी पकड़ बन गई।
मात्र दो वर्ष में जावा, विजुअल ब्लॉक, पाइथन व सी समेत कोडिंग की विभिन्न भाषाओं की समझ के चलते बड़ा कारनामा कर दिखाया। कोडिंग से जुड़ी हर समस्या का हल उसके पास है। प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर पांच किताबें लिखी हैं, जो ऑनलाइन उपलब्ध हैं। मात्र 11 साल के आशीष की यह मेधा हर किसी को चौंका रही है।
हैकिंग को चुटकियों में पकड़ लेता है आशीष
महावीरगंज निवासी आशीष किसी परिपक्व प्रोग्रामर से कम नहीं हैं। ऐसी वेबसाइट जो कोडिंग में कमी के कारण हैक हो सकती हैं, उनकी पहचान कर समाधान बता देते हैं। नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज में सातवीं कक्षा में पढ़ते हैं। पिता प्रशांत अग्रवाल जीएसटी के अधिवक्ता हैं। वे बताते हैं कि प्रोग्रामिंग में तीन साल पहले आशीष की रुचि जरूर थी, लेकिन जानकारी अधिक नहीं थी।ऐसे हुई शुरुआत, अपनी बात से सबको चौंकाया
वर्ष 2020 में कोरोना काल में स्कूल बंद हुए तो आशीष ने समय बिताने के लिए लैपटॉप पर गेम खेलना शुरू किया, फिर विभिन्न वेबसाइटों और वीडियो से प्रोग्रामिंग की तरीके समझने लगा। एक दिन हमारे परिचित कवि गोविंद गुप्त घर आए।उन्होंने अपनी डिजिटल बुक ऑनलाइन प्लेटफार्म पर अपलोड करने पर चर्चा की तो आशीष ने यह कहकर चौंका दिया कि ये काम तो मैं ही कर दूंगा। उसने यह कर भी दिया। आयकर रिटर्न भरना था। विभागीय वेबसाइट पर आप्शन डिसेबल आ रहा था। आशीष ने कोडिंग के जरिये उसे अनडिसेबल कर दिया। वह ई-मेल भेजने व जीएसटी संबंधी कई तरह के काम में मेरा सहयोग करने लगा। आशीष का अधिकांश समय कंप्यूटर पर बीतता है।
‘कंप्यूटर ब्वाय’ नाम से पहचान
आशीष ने दो किताब पाइथन, दो माइक्रोसॉफ्ट वर्ल्ड व एक किताब जी-मेल के बारे में लिखी है। कई कंप्यूटर गेम विद्यालयों की वेबसाइट भी बनाई हैं। ऑनलाइन वोटिंग एप पर काम कर रहे हैं। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते है। लोग दुलार से उन्हें ‘कंप्यूटर ब्वॉय’ पुकारने लगे हैं।
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