संवरेगा अलीगढ़ का जवाहर पार्क, सुविधाएं भी इतराएंगी
यहां आने वालों को रंग-बिरंगे विदेशी फूल लुभाएंगे। बच्चों के मनाेरंजन के तमाम साधन उपलब्ध होंगे। महिला बुजुर्ग और दिव्यांगों की जरूरतों के हिसाब से भी पार्क में व्यवस्थाएं की जाएंगी। नगर निगम ने निर्माण कार्य का टेंडर निकाल दिया है।
By Mukesh ChaturvediEdited By: Updated: Fri, 23 Oct 2020 01:28 PM (IST)
लोकेश शर्मा, अलीगढ़ : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जवाहर पार्क को संवारने की कवायद शुरू हो चुकी हैं। 26 करोड़ की लागत से मनोरम स्थल के रूप में विकसित होने वाला यह पार्क शहर का सबसे आकर्षक पार्क होगा। यहां आने वालों को रंग-बिरंगे विदेशी फूल लुभाएंगे। बच्चों के मनाेरंजन के तमाम साधन उपलब्ध होंगे। महिला, बुजुर्ग और दिव्यांगों की जरूरतों के हिसाब से भी पार्क में व्यवस्थाएं की जाएंगी। नगर निगम ने निर्माण कार्य का टेंडर निकाल दिया है।
सब्जियों पर हुए शोध
जिला मुख्यालय के सामने 42 एकड़ में फैले जवाहर पार्क में बागवानी भी होती है। जिला उद्यान विभाग ने यहां आवंला, अमरुद, नींबू के बाग लगाए हैं। सब्जियों पर शोध कार्य भी होते हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से यहां करने के लिए बहुत संभावनाएं हैं। यही वजह है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इस पार्क काे चयनित किया गया। इसे विकसित करने का जो खाका तैयार किया गया है, उसमें पुराने स्वरूप के आधार पर ही नया निर्माण होगा। सुरक्षा के लिहाज से जगह-जगह हाईटैक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। स्मार्ट टॉयलेट, आकर्षक फव्वारे होंगे। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीइओ व नगर आयुक्त सत्य प्रकाश पटेल ने बताया कि जवाहर पार्क को स्मार्ट पार्क के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव स्मार्ट सिटी में पारित हो चुका है। हर उम्र के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखने हुए पार्क में सुविधाएं दी जाएंगी। पार्क में ओपन जिम पहले ही खोला जा चुका है। आने वाले दिनों में खेलकूद, व्यायाम के आधुनिक संसाधन यहां उपल्ब्ध होंगे। योग करने के लिए विशेष परिसर बनाया जाएगा, जहां चारों ओर हरियाली होगी। पार्क की डिजायन तैयार हो रही है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
स्मार्ट पार्क में ये होंगी सुविधाएं
जवाहर पार्क में 375 मीटर लंबा सिंथेटिक व प्राकृतिक जाॅगिंग ट्रैक का निर्माण होगा। वॉकिंग ट्रैक पर अंडरग्राउंड लाइटिंग, नए फव्वारे, फ्लोवर लॉन, ग्रीनलैंड, एंफीथिएटर, सैंडपिट, भूल-भूलैया, वाद्ययंत्र, रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम आदि व्यवस्थाएं और सुविधाएं होंगी। बच्चों के एडवेंचर गेम भी होंगे। जैसे दीवार और रस्सी पर चढ़ना, रॉड पर बैलेंस बनाना आदि।
इंजीनियरों ने देखी थीं खूबियोंस्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में जवाहर पार्क का चयन करने से पूर्व स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों ने यहां कई बार दौरा किया था। यहां बेहतर करने की संभावनाएं तलाशी गईं। गांधीपार्क के अलावा कुछ आैर पार्क भी देखे गए, लेकिन वहां न पर्याप्त स्थान है, न इतनी शांति। ज्यादातर पार्क भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में हैं, जहां दिनभर ट्रैफिक का शोर सुनाई देता है। जवाहर पार्क टीम के मानकों पर खराब उतरा। पार्क के एक ओर जिला मुख्यालय है, दूसरी ओर एएमयू सर्किल और सामने ठंडी सड़क। तीनों ही मार्गों पर ट्रैफिक का शोर नहीं रहता। बगीचे विकसित करने, फव्वारे लगाने की जगह है। जॉगिंग ट्रैक बना हुआ है, इसी पर नया ट्रैक आसानी से बन सकता है। पार्क के प्रवेश द्वार को भी आकर्षक और बड़ा बनाया जाना प्रस्तावित है। इंजीनियरों की संस्तुति के बाद ही 26 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर मुहर लगी थी।
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