यूपी में 76वां जिला बनाने की तैयारी, इन दो जिलों के कुछ हिस्सों को मिलाकर बन सकता है ‘कल्याण सिंह नगर’
अलीगढ़ और बुलंदशहर के कुछ हिस्सों को मिलाकर 'कल्याण सिंह नगर' नाम से एक नया जिला बनाया जा सकता है। पूर्व सांसद राजवीर सिंह की मांग पर सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है। राजस्व परिषद ने दोनों जिलों के डीएम से रिपोर्ट मांगी है। अतरौली को केंद्र बनाया जा सकता है, जो कल्याण सिंह की जन्मभूमि है। यह प्रस्ताव प्रशासनिक और भावनात्मक दोनों ही दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। जिले के अतरौली-गंगीरी व बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र को शामिल कर कल्याण सिंह नगर के नाम से नया जिला बन सकता है। इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र व एटा के पूर्व सांसद राजवीर सिंह की मांग के बाद प्रदेश सरकार ने कार्रवाई की है।
राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव कार्यालय से दोनों जिलों के डीएम को एक पत्र भेजा गया है। इसमें अलीगढ़ व बुलंदशहर जिलों के सीमाक्षेत्रों का पुनर्सीमन कर नया जिला ‘कल्याण सिंह नगर’ बनाए जाने की संभावनाओं पर आख्या मांगी है। अतरौली इस जिले का केंद्र बिंदु हो सकता है।
दो बार मुख्यमंत्री, हिमाचल व राजस्थान के राज्यपाल और दो बार सांसद रहे स्व. कल्याण सिंह की जन्मभूमि और कर्मभूमि अतरौली रही। वे यहां से 10 बार विधायक बने थे। वर्तमान में उनके पौत्र संदीप सिंह यहीं से विधायक बन बेसिक शिक्षा मंत्री हैं।
जिले के अतरौली-गंगीरी व बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र को शामिल कर कल्याण सिंह नगर को शामिल कर कल्याण सिंह नगर बनाने के लिए पूर्व सांसद राजवीर सिंह ‘राजू भैया’ ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक विस्तृत पत्र भेजा था। इसमें उन्होंने कहा कि उनके पिता ने प्रदेश के समग्र विकास के लिए जीवन समर्पित किया, लेकिन उनकी जन्मभूमि अतरौली व कर्मभूमि डिबाई क्षेत्र अब भी अपेक्षित विकास से वंचित हैं।
भ्रमण के दौरान लोग उनसे कहते हैं कि बाबूजी ने पूरे प्रदेश का चहुंमुखी विकास किया, लेकिन जनता आज भी चाहती है कि उनकी जन्मस्थली व कार्यस्थली को भी पहचान मिले।” जैसे अन्य महापुरुषों के नाम पर जिलों का गठन हुआ है, वैसे ही कल्याण सिंह के नाम पर नया जिला बनाकर उनके योगदान को सम्मान दिया जा सकता है।
इसके बाद अब राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव कार्यालय के प्रभारी अधिकारी राजकुमार द्विवेदी ने 17 अक्टूबर को दोनों जिलों के डीएम को एक पत्र भेजा है। लखनऊ से भेजा गया यह पत्र जल्द दोनों जिलों के डीएम को मिल जाएंगे। इसमें कहा गया है कि अलीगढ़ व बुलंदशहर की तहसीलों के पुनर्सीमन के आधार पर नया जिला बनाने की रिपोर्ट निर्धारित मानकों के अनुरूप तैयार कर मंडलायुक्त के माध्यम से भेजी जाए।
अतरौली बन सकता है मुख्यालय
पूर्व मुख्यमंत्री की जन्मभूमि अतरौली का मढौली गांव है। ऐसे में अतरौली को केंद्र बनाकर कल्याण सिंह नगर के नाम नया जिला बनाया जा सकता है। यह अलीगढ़ व बुलंदशहर जिले से बीच भौगोलिक रूप से उपयुक्त माना जा रहा है। पूर्व में भी अतरौली को जिला बनाने की मांग उठ चुकी है।
राजनीतिक व भावनात्मक महत्व दोनों
यह प्रस्ताव न केवल प्रशासनिक बल्कि भावनात्मक दृष्टि से भी बेहद अहम माना जा रहा है। कल्याण सिंह भाजपा के उन नेताओं में रहे, जिन्होंने अतरौली से लगातार कई बार विधानसभा चुनाव जीते। राममंदिर आंदोलन के दौरान इन्होंने प्रदेश की राजनीति को नया आयाम दिया।

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