करवा चौथ 2021 : साड़ियों पर भारी पड़ रहा डिजायनर लांचा, महिलाओं की पंसद बनी प्रिंटेड साड़ी Hathras News
सुहागिन महिलाओं का प्रमुख त्योहार करवा चौथ आने वाले रविवार को है। इससे पहले साड़ियों का बाजार ग्राहकों की भीड़ से व्यस्त नजर आ रहा है। हर छोटी से लेकर बड़ी दुकान पर महिलाओं की भीड़ नजर आ रही है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। सुहागिन महिलाओं का प्रमुख त्योहार करवा चौथ आने वाले रविवार को है। इससे पहले साड़ियों का बाजार ग्राहकों की भीड़ से व्यस्त नजर आ रहा है। हर छोटी से लेकर बड़ी दुकान पर महिलाओं की भीड़ नजर आ रही है। परंपरागत साड़ियों से हटकर प्रिंटेड साड़ियां खास पसंद बनी हुई हैं। बाजार में नवविवाहिताओं की खास पसंद डिजाइनर लांचा साड़ियों पर भारी पड़ रहा है।
साड़ी का खास महत्व
ग्रामीण से लेकर आधुनिक जमाने की महिलाएं करवाचौथ का व्रत बडी़ श्रद्धा एवं उत्साह के साथ रखती हैं। इस दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखने के बाद सोलह श्रंगार के साथ पूजा करती हैं। भारतीय संस्कृति में महिलाओं के परिधान में साड़ी का खास महत्व है। परंपरागत कढ़ी हुई भारी साड़ियों की तुलना में हल्की व प्रिटेंड साड़ियां अधिक पसंद की जा रही है। इसमें साउथ सिल्क, इंडियन सिल्क, बनारसी सिल्क, काटन सिल्क, लांचा बाजार में उपलब्ध हैं। साउथ सिल्क की साड़ियां दो से पांच हजार रुपये, इंडियन सिल्क एक हजार से छह हजार, बनारसी सिल्क 1500 रुपये आठ हजार रुपये तक उपलब्ध हैं। वहीं लांचा में दो हजार से 20 हजार रुपये तक की कीमत के उपलब्ध हैं। मैहरून व लाल रंग से अलग अन्य रंगों की साड़ियां खूब भा रही हैं। वहीं फेस कलर के हिसाब से साड़ियों के रंग भी पसंद किए जा रहे हैं।
महिलाएं साउथ सिल्क के अलावा, बनारसी सिल्क के अलावा लांचा भी पसंद कर रही हैं। आजकल कम भारी साड़ियां की महिलाओं में अधिक मांग है।
- उमेश कुमार, विक्रेता
समय बदलने के साथ साड़ियों की मांग कम नहीं हुई है। आजकल के हिसाब से प्रिटेंड साड़ियों के साथ कढ़ी हुई साड़ियां भी खूब पसंद की जा रही हैं।
- पूनम वार्ष्णेय, ग्राहक