Surgery of Rat : सर्जरी कर बचा ली चूहे की जिंदगी, ऐसे मिली कामयाबी Aligarh News
आज के दौर में भी जीव-जंतुओं के प्रति लोगों में संवेदनाएं बची हुई हैं। किस्सा स्वर्णजयंती नगर का है। यहां रहने वाले अमित को घर से सटे खाली प्लॉट में सफेद चूहा दिखाई दिया। कोई जानवर इस चूहे को अपना शिकार न बना ले।
अलीगढ़ जेएनएन : आज के दौर में भी जीव-जंतुओं के प्रति लोगों में संवेदनाएं बची हुई हैं। किस्सा स्वर्णजयंती नगर का है। यहां रहने वाले अमित को घर से सटे खाली प्लॉट में सफेद चूहा दिखाई दिया। कोई जानवर इस चूहे को अपना शिकार न बना ले, ये सोचकर वह उसे घर ले आए और पाल लिया। उसकी आंख पर एक मस्सा था, जो रसौली का रूप ले चुका था। इससे आंख पूरी तरह ढक गई। चूहे को खाने-पीने में दिक्कत होने लगी तो वह उसे कॉलोनी में ही वरिष्ठ शल्य चिकित्सक डॉ. विराम वार्ष्णेय के पास ले आए।
15 दिन में स्वस्थ्य हो गया चूहा
डॉक्टर ने सर्जरी कर रसौली को निकालने की सलाह दी। दो दिन सर्जरी के लिए बुला लिया। चूहे का वजन 100 ग्राम था। एनेस्थीसिया से बेहोश कर सर्जरी करना जोखिम भरा था। तब पेट में इंट्रासपेरीटोनियल इंजेक्शन लगाकर बेहोश किया। फिर आंख से रसौली को अलग किया। रसौली का वजन 25 ग्राम था। तीन घंटे बाद चूहा होश में आ गया। कुछ दिनों तक दवाई चली और पंद्रह दिन बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया। रसौली वाली जगह पर बाल भी आने लगे। इस सर्जरी की पूरी प्रक्रिया को डॉ. विराम ने यू ट्यूब चैनल पर डाला है।