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लाइफ स्टाइल : इन आंखों की मस्ती के, मस्ताने हजारों हैं

खुद को स्टाइलिश दिखाने की चाहत में युवक युवतियों में आई कांटेक्ट लेंस लगाने का क्रेज बढ़ रहा है। पार्टी हो या अन्य खास मौका, ड्रेस व हेयर कलर से मैच करते कांटेक्ट लेंस जरूरी हो गए हैं।

By Edited By: Updated: Mon, 10 Dec 2018 05:30 PM (IST)
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लाइफ स्टाइल : इन आंखों की मस्ती के, मस्ताने हजारों हैं

अलीगढ़ (विनोद भारती)। खुद को स्टाइलिश दिखाने की चाहत में युवक युवतियों में आई कांटेक्ट लेंस लगाने का क्रेज बढ़ रहा है। पार्टी हो या अन्य खास मौका, ड्रेस व हेयर कलर से मैच करते कांटेक्ट लेंस जरूरी हो गए हैं। जो युवतियां आंखों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए काजल, आई लाइनर, मस्कारा, आइशेडो इस्तेमाल करती हैं, उनके लिए कांटेक्ट लेंस जैसे जरूरी हो गया है।

दो प्रकार के लेंस
बाजार में दो प्रकार के कांटेक्ट लेंस उपलब्ध हैं। आर्टिफिशियल आई कांटेक्ट लेंस व रंगीन लेंस। आर्टिफिशियल कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल युवा व महिलाएं शादी, पार्टी व अन्य मौकों पर चश्मे से छुटकारा पाने के लिए करते हैं। ये लेंस पारदर्शी होते हैं।

अब पावर के साथ पहने जा रहे हैं कांटेक्ट लेंस
ऑप्टिकल विक्रेता शुभम वाष्र्णेय बताते हैं कि पार्टी वियर ड्रेस के साथ कोई भी व्यक्ति मोटे लेंस वाला चश्मा नहीं पहना चाहेगा। आई कांटेक्ट लेंस चश्मे का बेहतर विकल्प बनकर आए हैं। अब तो पावर के साथ कलर कांटेक्ट लेंस भी खूब पहने जा रहे हैं। स्काई ब्लू, ग्र्रीन, ब्ल्यू, ब्राउन, ब्लैक, ग्र्रीन शेड में आने वाले लेंस सुंदरता को और निखार देते हैं।

सस्ते व रंगीन लेंस
विक्रेताओं के अनुसार डेली, मंथली, सिक्स मंथली व ईयरली डिस्पोज वाले अच्छी कंपनी के लेंस की कीमत 600 से 800 रुपये तक है। लोकल ब्रांड के लेंस 200-250 में उपलब्ध हैं। पावर व कलर वाले कांटेक्ट लेंस 800-1000 रुपये में मिलते हैैं।

सुरक्षित हैं कांटेक्ट लेंस
वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद मोहन अग्र्रवाल बताते हैं कि-'कांटेक्ट लेंस पहनने वाले लोगों में ऐसा कोई विशेष नुकसान सामने नहीं आया है। सुंदरता के लिए कलर कांटेक्ट लेंस खूब चलन में हैं। ओकेशनली पहनने में कोई बुराई नहीं है।'

सावधानी भी जरूरी
गांधी आई हॉस्पिटल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित गुप्ता का कहना है कि-'आंखों पर कुछ भी नया आजमाने से पहले हमें कॉस्मेटिक्स से जुड़ी जरूरी बातें जान लेनी चाहिए, ताकि नुकसान न हो।  एलर्जी, आंखों में सूखापन, लालिमा आदि होने पर कभी कांटेक्ट लैंस न पहनें। आठ घंटे से ज्यादा व सोते समय लैंस नहीं पहनने चाहिए। लेंस की हैंडलिंग व क्लीनिंग बहुत जरूरी है। लैंस लगाने का तरीका आना चाहिए। हाथ धोकर ही लेंस लगाएं, अन्यथा आंखों में संक्रमण हो सकता है।' 

पार्टी जाने को युवतियां बदलती हैं लैंस
ब्यूटीशियन शैली चौहान का कहना है कि दो व्यक्तियों के बीच बातचीत से पहले आई कांटेक्ट ही होता है। ऐसे में कांटेक्ट लेंस सामने वाले को आकर्षित करते हैं। आंखें छोटी हों तो अन्य कॉस्मेटिक्स के साथ कांटेक्ट लेंस लगाने से चेंजिंग आ जाती है। पार्टी में जाने के लिए युवतियां इन लैंस का इस्तेमाल करने लगी हैं।