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Polling Booth: अब एक बूथ पर 1200 के बजाए 1500 होंगे मतदाता, बूथों की संख्या घटाने का काम शुरू

Polling Booth एक बूथ पर 1200 मतदाताओं के वोट डालने की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है। अब निर्वाचन आयोग ने एक बार फिर पुरानी व्यवस्था को लागू करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। अब एक बार फिर एक बूथ पर 1500 मतदाता वोट डालेंगे।

By Mohammad Aqib KhanEdited By: Updated: Fri, 26 Aug 2022 05:33 PM (IST)
Polling Booth: अब एक बूथ पर 1200 के बजाए 1500 होंगे मतदाता, बूथों की संख्या घटाने का काम शुरू
Polling Booth: अब एक बूथ पर 1200 के बजाए 1500 होंगे मतदाता : जागरण

हाथरस, जागरण संवाददाता: कोरोना का खौफ पूरी तरह से खत्म हो चुका है। कोरोना काल में हुए विधानसभा चुनाव में एक बूथ पर 1200 मतदाताओं के वोट डालने की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है। अब निर्वाचन आयोग ने एक बार फिर पुरानी व्यवस्था को लागू करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। अब एक बार फिर एक बूथ पर 1500 मतदाता वोट डालेंगे।

इस व्यवस्था के लागू करने के निर्देश सभी जिला निर्वाचन कार्यालय को दिये गए हैं। चुनाव आयोग के निर्देश मिलने के बाद यहां जिला निर्वाचन कार्यालय सक्रिय हो गया है। सबसे पहले उन बूथों को चिन्हित किया जा रहा है जो कोरोना के बाद से 1200 वोट डालने वाले बूथ रह गए थे। इन सभी बूथों को 1500 मतदाता वाला बूथ किया जाएगा।

बूथ कम करने का काम शुरू

इस संबंध में सहायक निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर टीम ने काम करना शुरू कर दिया है। पूरे जनपद में फिलवक्त 1403 मतदान केंद्र पर बूथ हैं। इनमें ऐसे भी बूथ हैं जिनकी संख्या कोरोना के दौरान कम कर दी गई थी क्योंकि मतदान दो गज दूरी के तहत कराया जाना था।

इस बारे में सरकार की ओर से स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए थे। अब टीम की ओर से ब्लाक वाइज कम मतदाता वाले बूथों की सूची तैयार की जा रही है। माना जा रहा है कि खर्च को कम करने के लिए चुनाव आयोग की ओर से ये कवायद शुरू की गई है।

दरअसल, आने वाले 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है जिसके लिए पूरे सिस्टम को अभी से ही दुरुस्त करना होगा। बूथों की सूची बनाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से आपत्तियां मांगी जाएंगी।

चुनाव कार्यालय शिफ्ट

बता दें कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव कराने के लिए कलेक्ट्रेट की दूसरी मंजिल पर चुनाव कार्यालय था जिसे अब विकास भवन के पीछे स्थित वेयर हाउस में शिफ्ट कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि कलेक्ट्रेट में चुनाव दफ्तर के होने से स्टाफ मौज मस्ती करने से बचता था क्योंकि अक्सर डीएम आदि वीसी रूम में चुनाव दफ्तर होकर निकलते थे। मगर अब वेयर हाउस में जब से चुनाव दफ्तर शिफ्ट हुआ है तब से स्टाफ के लोग राहत में है। कब कौन कहां जा रहा है? ये कोई देखने वाला नहीं है।