एएमयू में बनेगा न्यूक्लियर हॉस्पिटल, ये होंगी सुविधाएं Aligarh news
न्यूक्लियर वार होने या किसी और वजह से प्रभावित होने वाले मरीजों का इलाज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल में हो सकेगा।
By Sandeep SaxenaEdited By: Updated: Sun, 16 Jun 2019 01:31 PM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। न्यूक्लियर वार होने या किसी और वजह से प्रभावित होने वाले मरीजों का इलाज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल में हो सकेगा। इसके लिए मेडिकल कॉलेज में न्यूक्लियर हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, जो प्रदेश में इस तरह का पहला हॉस्पिटल होगा। शुक्रवार को जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंची भारत सरकार के स्वास्थ मंत्रालय की टीम ने इस पर मुहर लगा दी है। जगह का भी चयन कर लिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने किया निरीक्षण
भारत सरकार केमिकल, बायोजिकल, रेडिएशन व न्यूक्लियर (सीबीआरएन) के नाम से देश भर में 24 से 25 हॉस्पिटल बनाने जा रही है। इसके के तहत जेएन मेडिकल कॉलेज का चयन कि गया है। जेएन मेडिकल कॉलेज के चीफ मेडिकल सुपङ्क्षरटेंडेंट (सीएमएस) प्रो. हारिश एम खान ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की दो सदस्यीय टीम अलीगढ़ आई थी, जो चार घंटे यहां रही। टीम ने न्यूक्लियर हॉस्पिटल के लिए कई स्थानों को देखा था। 20 बैड का होगा हॉस्पिटल
ट्रामा सेटर के सामने बाइक स्टैंड की जगह फाइनल हुई है। 15 से 20 बैड का हॉस्पिटल बनेगा। इसमें चार बैड न्यूक्लियर अटैक से पीडि़त मरीजों के लिए रहेंगे। हॉस्पिटल का निर्माण स्वास्थ मंत्रालय ही कराएगा। ऑर्कीट्रेक्चर नक्शा भी बनाकर ले गया है।
भारत सरकार केमिकल, बायोजिकल, रेडिएशन व न्यूक्लियर (सीबीआरएन) के नाम से देश भर में 24 से 25 हॉस्पिटल बनाने जा रही है। इसके के तहत जेएन मेडिकल कॉलेज का चयन कि गया है। जेएन मेडिकल कॉलेज के चीफ मेडिकल सुपङ्क्षरटेंडेंट (सीएमएस) प्रो. हारिश एम खान ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की दो सदस्यीय टीम अलीगढ़ आई थी, जो चार घंटे यहां रही। टीम ने न्यूक्लियर हॉस्पिटल के लिए कई स्थानों को देखा था। 20 बैड का होगा हॉस्पिटल
ट्रामा सेटर के सामने बाइक स्टैंड की जगह फाइनल हुई है। 15 से 20 बैड का हॉस्पिटल बनेगा। इसमें चार बैड न्यूक्लियर अटैक से पीडि़त मरीजों के लिए रहेंगे। हॉस्पिटल का निर्माण स्वास्थ मंत्रालय ही कराएगा। ऑर्कीट्रेक्चर नक्शा भी बनाकर ले गया है।
सेकेंड्री व टर्सरी बनेंगे हॉस्पिटल
जेएन मेडिकल कॉलेज में बनने वाला हॉस्पिटल सेकेंड्री होगा। टर्सरी हॉस्पिटल के लिए दिल्ली के सर गंगा राम के अलावा अन्य बड़े हॉस्पिटल को चुना गया है। डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टॉफ की तैनाती भी अलग से होगी। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.मजहर अब्बास को नोडल ऑफिसर बनाया गया है।एएमयू की है बड़ी उपलब्धि
एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद का कहना है कि एएमयू के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। न्यूक्लियर हॉस्पिटल बनने से यहां के छात्र ट्रेनिंग भी ले सकेंगे। जगह का चयन हो गया है। हॉस्पिटल का निर्माण भी जल्द शुरू हो सकेगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।जेएन मेडिकल कॉलेज में बनने वाला हॉस्पिटल सेकेंड्री होगा। टर्सरी हॉस्पिटल के लिए दिल्ली के सर गंगा राम के अलावा अन्य बड़े हॉस्पिटल को चुना गया है। डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टॉफ की तैनाती भी अलग से होगी। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.मजहर अब्बास को नोडल ऑफिसर बनाया गया है।एएमयू की है बड़ी उपलब्धि
एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद का कहना है कि एएमयू के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। न्यूक्लियर हॉस्पिटल बनने से यहां के छात्र ट्रेनिंग भी ले सकेंगे। जगह का चयन हो गया है। हॉस्पिटल का निर्माण भी जल्द शुरू हो सकेगा।