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Aligarh Paddy Producing Farmers: बैंक खाता संख्या दिए बगैर होगा धान का भुगतान, बदली व्यवस्थाएं, जानिए विस्‍तार से

Aligarh Paddy Producing Farmers धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू हो रही है। इसके लिए अलीगढ़ मंडल 68 और जनपद में 24 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। संभागीय खाद्य नियंत्रक अशोक कुमार पाल ने बताया कि धान की खरीद में तकनीकी स्तर पर कई बदलाव किए गए हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Updated: Wed, 29 Sep 2021 04:30 PM (IST)
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धान की खरीद में इस बार कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। धान की खरीद में इस बार कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदली व्यवस्थाओं का उद्देश्य धान की खरीद में पारदर्शिता बरतना है। किसानों को भुगतान के लिए पहले बैंक खाता संख्या देनी पड़ती थी। खाता संख्या में एक डिजिट भी गलत अंकित होने पर किसान को भुगतान नहीं हो पाता था। अब खाता संख्या देनी की आवश्यकता नहीं है। ई-पास मशीन में अंगूठा लगाते ही किसान का पूरा ब्यौरा सामने आ जाएगा। इसमें खाता संख्या भी होगी, जिस पर सीधा भुगतान होगा। इसके अलावा टोकन व्यवस्था में भी बदलाव हुआ है। 50 कुंतल धान बेचने के बाद किसान को पुन: टोकन जारी कराना होगा।

एक अक्‍टूबर से शुरू होगी धान खरीद

धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू हो रही है। इसके लिए अलीगढ़ मंडल 68 और जनपद में 24 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। संभागीय खाद्य नियंत्रक (अारएफसी) अशोक कुमार पाल ने बताया कि धान की खरीद में तकनीकी स्तर पर कई बदलाव किए गए हैं। धान बेचने के लिए हफ्ते में दिन निर्धारित हैं। सोमवार से गुरुवार तक अधिकतम 50 कुंतल प्रति किसान धान की खरीद होगी। 50 कुंतल धान बेचने के बाद किसान को शेष धान बेचने के लिए अगले हफ्ते दूसरा टोकन लेना होगा। बटाईदार से धान कतई खरीदा नहीं जाएगा। सरकार ने एक और नई व्यवस्था की है। किसी किसान को अगर एक कुंतल धान भी बेचना है तो भी एसडीएम से सत्यापन कराना होगा। बिना टोकन के खरीद नहीं होगी। प्रत्येक क्रय केंद्र की लिमिट 300 कुंतल रखी गई है। आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर किसानों को साथ रखना होगा। मोबाइल नंबर बंद है, या मोबाइल खो गया है तो किसान नया नंबर अपडेट करा लें। क्योंकि, ई-पास मशीन पर अंगूठा लगाते ही इसी नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी नहीं मिला तो खरीद नहीं होगी। यहीं नहींं, किसी केंद्र पर किसान ने धान बेचा है तो दूसरी बार उसी केंद्र पर बेचना होगा। पंजीकृत किसान ही धान की बिक्री कर सकेंगे।

ऐसे आएगा किसान का पूरा ब्‍यौरा

आरएफसी ने बताया कि किसानों से अब बैंक खाता संख्या नहीं लिया जाएगा। ई-पास मशीन में ही सारा डाटा फीड रहेगा। किसान का अंगूठा लगते ही पूरा ब्यौरा ओपन हो जाएगा। जो खाता आधार और मोबाइल नंबर से लिंक होगा, उस पर भुगतान होगा। सरकार ने कामन धान का मूल्य 1940 रुपये और ग्रेड-ए धान का मूल्य 1960 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया है। क्रय केंद्रों पर कांटा, ई-पास मशीनें, बोरे उपलब्ध कराने के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी कराई जा रही हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए ही धान की खरीद होगी। किसानों को मास्क लगाकर आना होगा। सभी केंद्रों पर सैनिटाइजर, साबुन उपलब्ध रहेगा।

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