अलीगढ़ में लोगों का गुस्सा फूटा,शव रखकर थाने का घेराव, इंस्पेक्टर-दारोगा लाइनहाजिर
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर एक युवक ने खुदकुशी कर ली। इसके बाद लोगों का गुस्सा फूट गया और देहली गेट थाने का घेराव किया। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आसपास के थानों से पुलिस बुला ली गई है।
अलीगढ़़,जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर एक युवक ने खुदकुशी कर ली। देहलीगेट थाना क्षेत्र के गोविंद नगर में युवक ने पुलिस व एक महिला के उत्पीड़न से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली। इसके विरोध में खटीक समाज के लोगों ने थाने के अंदर शव रखकर जमकर हंगामा किया। देहलीगेट चौराहे पर जाम लगाकर धरना-प्रदर्शन किया। आरोप है कि पत्नी के लापता होने पर युवक ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी, मगर उल्टा उसी को प्रताड़ित किया गया। थाने में बुलाकर मारपीट का आरोप है। इसे लेकर भाजपा, बसपा व आम आदमी पार्टी के नेता भी थाने आ गए और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। हंगामे को देखते हुए छह थानों का फोर्स बुलाना पड़ा। एडीएम सिटी व एसपी सिटी ने लोगों को काफी देर समझाया। लेकिन, लोग नहीं माने। मामले में इंस्पेक्टर डीके सिसोदिया व दारोगा मुकेश चौधरी को लाइनहाजिर किया गया, तब जाकर लोग शांत हुए। वहीं, महिला के विरुद्ध आत्महत्या को उकसाने का मुकदमा लिखा गया है।
युवक ने की आत्महत्या, थाने के बाहर शव रखकर हंगामा
लाल मस्जिद के पीछे गोविंद नगर निवासी रवि कुमार मजदूरी करता था। रवि की मां देवी ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि चामण वाली गली निवासी मुंहबोली मौसी गुलाबो ने मध्यस्तता करके उसकी शादी कराई थी। 26 मई को रवि अपनी पत्नी पोतिमा को गुलाबो के घर छोड़कर आया था। 29 मई को जब पत्नी को बुलाने गया तो गुलाबो ने कहा कि पोतिमा को दो दिन पहले घर भेज दिया था। गुलाबो ने उल्टा रवि पर आरोप लगा दिया कि उसने पोतिमा को गायब कर दिया है। इसके बाद रवि ने एक जून को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि गुलाबे ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी।
थाने में युवक से की गई थी मारपीट
आरोप है कि थाने में उससे मारपीट की गई। पुलिस ने रिश्वत की मांग की। इसी से क्षुब्ध होकर रवि ने आत्महत्या की है। इसे लेकर मंगलवार शाम को स्वजन ने रवि का शव देहलीगेट थाने के सामने रख दिया और जाम लगाकर हंगामा-प्रदर्शन किया। लोगों की मांग थी कि दारोगा पर कार्रवाई की जाए। सीओ लोगों से बातचीत कर रहे हैं।
महिला पर लगाया लड़की बेचने का आरोप
आरोप है कि गुलाबो रुपये लेकर बंगाल से लड़कियों को बुलाकर बेचने का रैकेट चलाती है। वह कई बार पुलिस लेकर रवि के घर आई। इसके बाद पुलिस बदतमीजी से पेश आती थी। कई बार रवि को थाने में बंद करा दिया और गुलाबो ने रुपयों की मांग की। इसी उत्पीड़न से तंग आकर रवि ने सोमवार रात को फंदे पर लटककर जान दे दी। इसके बाद कुछ लोग रात में ही थाने पहुंचे। तब पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
थाने में शव रखकर किया घेराव
मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा। कोई कार्रवाई न होने पर करीब दो बजे लोगों ने शव को खैर रोड स्थित लाल मस्जिद के बाहर रखकर जाम लगा दिया। तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर शाम करीब चार बजे लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। थाने में शव को रखकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की गई। यहां भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक सारस्वत, पूर्व महापौर शकुंतला भारती, भाजपा नेता संजू बजाज आदि दर्जनों लोग पहुंच गए।
लंबी बातचीत के बाद लिया निर्णय
लोगों की मांग थी कि पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई हो। सीओ प्रथम अशोक कुमार सिंह, सीओ द्वितीय शिवप्रताप सिंह, सीओ इगलास राघवेंद्र सिंह थाना कोतवाली नगर, रोरावर, सासनीगेट, गांधीपार्क आदि थानों के फोर्स के साथ पहुंचे। लेकिन, लोग हटने को तैयार नहीं थे। बल्कि थाने के अंदर घुस गए और जमकर नारेबाजी की। इसे लेकर कई बार पुलिस से लोगों की नोकझोंक भी हुई। बाद में एडीएम सिटी विवेक चतुर्वेदी, एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत भी थाने आ गए। नेताअों की अधिकारियों से लंबी बातचीत होती रही, तब तक धरना चलता रहा।
पोतिमा नहीं मिली तो भेज देंगे जेल
रात करीब आठ बजे इंस्पेक्टर व दारोगा को लाइनहाजिर करने की सहमति पर लोगों ने धरना समाप्त किया। दारोगा पर नशे में धमकाने का आरोप देवी का आरोप है कि रवि ने एक जून गुमशुदगी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। बल्कि दो दिन बाद नगला मसानी हल्का इंचार्ज दारोगा रवि को थाने में ले गए, जहां उससे बुरी तरह मारपीट की गई थी। मोहल्ले के लोग इकट्ठा होकर पहुंचे, तब जाकर रवि को छोड़ा गया। इसके बाद भी इंस्पेक्टर ने दारोगा की रवि की मां से गालीगलौज करते हुए उसे टार्चर किया। धमकी दी कि पोतिमा नहीं मिली तो जेल भेज देंगे।
दारोगा नशे में करता था बदसुलूकी
आरोप है कि दारोगा नशे में रोजाना घर आकर बदतमीजी करता था। वहीं, दारोगा व इंस्पेक्टर केस से छोड़ने के लिए रुपये की मांग करते थे। दो दिन पहले दारोगा घर आया और फिर से गालीगलौज करते हुए धमकी दी। लगातार गुलाबो देवी, दारोगा व इंस्पेक्टर की ओर से हो रहे मानसिक उत्पीड़न व जेल भेजने की धमकी से क्षुब्ध होकर आत्महत्या की गई। इन आरोपों की पड़ताल के लिए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं।
इन नेताओं ने दिया धरना
बसपा नेता भी धरने में शामिल धरना प्रदर्शन में बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रतनदीप सिंह, शहर अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, दिनेश सावरिया, जसवंत सावरिया, आरती सक्सेना, पुरुषोत्तम दास, असलम भाई, शकील, दुर्गेश बौद्ध आदि शामिल हुए। पूर्व जिलाध्यक्ष ने पीड़ित परिवार के समर्थन में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। पीड़ित परिवार को मुआवजे की भी मांग रखी। इधर, आम आदमी पार्टी की नेता मोनिका थापर भी थाने पहुंची थी। उनकी भी पुलिस से नोकझोंक हुई। वर्जन गोविंद नगर में युवक ने आत्महत्या की है। स्वजन ने एक महिला पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।
इस आधार पर महिला के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, पुलिसकर्मियों पर भी जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी जांच की जाएगी। प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आने पर देहलीगेट थाना प्रभारी डीके सिसोदिया व दारोगा मुकेश चौधरी को लाइनहाजिर किया गया है।
कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी सिटी