Ram Mandir Inauguration: मैनपुरी जेल में बंद कारसेवकों के लिए अलीगढ़ में रातभर बने थे पराठे, सेंटर पर बवाल में जली थी दारोगा की बाइक
Ram Mandir News सेंटर प्वाइंट पर हुए बवाल में गिरफ्तार हुए थे कारसेवक l दीपक रेस्टोरेंट के विपिन और दीपक गर्ग भी गए थे जेल। राम मंदिर आंदोलन के दौरान पूर्व विधायक केके नवमान ने रामरथ तैयार किया था। रथ में विराजमान रहने वाले श्रीराम सीता और हनुमान जी के विग्रह इन दिनों कारोबारी विपिन गर्ग के घर पर हैं l
जागरण संवाददाता, संतोष शर्मा, अलीगढ़। रामलला अपने मंदिर में विराजेंगे। तारीख पास है। वह सपना पूरा होने को है, जो दशकों पहले देखा। कहते हैं यादें कभी पीछा नहीं छोड़तीं। बरबस राममंदिर आंदोलन के किस्से चर्चाओं में आ गए हैं।
उस आंदोलन के दौरान दौरान सेंटर प्वाइंट पर निकाले गए मशाल जुलूस में एक अफवाह से ऐसी भगदड़ मची थी कि बवाल हो गया था। पुलिस ने कारसेवकों पर जमकर लाठियां बरसाईं थीं। कई कारसेवक घायल हो गए थे। गिरफ्तार कर मैनपुरी जेल भेज दिया था। इनमें दीपक रेस्टोरेंट के संचालक विपिन गर्ग और दीपक गर्ग भी थे। कारसेवकों के लिए विपिन के पिता शिवकुमार गर्ग ने 200 से अधिक पराठे भिजवाए थे।
दो दिसंबर 1990 को यह मशाल जुलूस टीकाराम मंदिर से निकाला गया था। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। विपिन गर्ग ने बताया कि जुलूस शांति पूर्वक निकाला जा रहा था। तभी अफवाह से माहौल खराब हो गया है। भगदड़ के साथ किसी ने आगजनी भी कर दी। पुलिस ने जुलूस में शामिल लोगों को खूब पीटा।
ये भी पढ़ेंः Deoria News: प्यार किया तो डरना क्या? पति-पत्नी बन दो लड़कियों ने मंदिर में रचाई शादी, कहा- परिवार को नहीं कोई दिक्कत
उस समय की दुर्गा वाहिनी की जिला संयोजिका पूनम बजाज जुलूस का नेतृत्व कर रही थीं। पुलिस ने उन्हें भी नहीं बख्शा। लाठियों से खूब पीटा। 15 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पूनम बजाज की जिम्मेदारी जेल में बंद कारसेवकों के लिए जरूरत का सामान पहुंचाने की थी। वो पहले जेल में बंद लोगों से मिलकर डायरी में सामान दर्ज करती थीं। इसके बाद उन्हें जेल में पहुंचाती थीं।
ये भी पढ़ेंः IPS Transfer: जे.रविंद्र गौड़ आगरा के नए पुलिस आयुक्त बने, DGP ऑफिस तक पहुंचा था 'ऑपरेशन कब्जा', सुर्खियों में था आगरा कमिश्नरेट
पूनम बजाज के अनुसार विपिन और दीपक के लिए वह पराठे लेकर मैनपुरी जेल जा रही थीं। तब उनके पिता ने कहा कि मेरे बेटों के लिए ही पराठे क्यों? जेल में बंद अन्य कारसेवकों के लिए भी पराठे लेकर जाओ वो भी तो हमारे बेटों के समान हैं। तब दीपक रेस्टोरेंट में रात भर पराठे बनवाए गए। करीब दो सौ पराठे, मिठाई व अन्य सामान लेकर मैनपुरी जेल गईं और कारसेवकों को दिए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।दारोगा की जली थी बाइक
आगजनी में एक दारोगा की बाइक भी जल गई। दारोगा के अनुरोध पर बाइक की मरम्मत बाद में दुकानदारों ने ही कराई। सेंटर प्वाइंट पर राम मंदिर आंदोलन के दौरान यह सबसे बड़ा बवाल था।राम-सीता और हनुमान के विग्रह आज भी
राम मंदिर आंदोलन के दौरान पूर्व विधायक केके नवमान ने एक रथ तैयार किया था, जिसमें राम-लक्ष्मण, सीता, हनुमान आदि के विग्रह सजाए गए थे। रथ जहां होकर निकलता था, पूरा माहौल राममय हो जाता था। केके नवमान रथ को लेकर मथुरा भी गए थे।विपिन गर्ग ने बताया कि रथ में विराजमान रहने वाले राम, सीमा और हनुमान जी के विग्रह उनके घर पर हैं। कृष्णांजलि सभागार बनाई थी अस्थायी जेल राम मंदिर आंदोलन घर-घर की आवाज बन गया था। रामभक्तों की बड़ी संख्या में गिरफ्तारी हो रही थी। हालत ये हो गई थी कि जेल में जगह नहीं थी। पुलिस भी गिरफ्तारी करने से बचती थी। इसके चलते कृष्णांजलि सभागार को अस्थायी जेल बनाई गई थी।