Aligarh News: धमिकयों को दरकिनार कर Ruby Asif ने मनाई Diwali, बोलीं,जेहादी मानसिकता से नहीं चलता देश
गणेश पूजा दुर्गा पूजा को लेकर चर्चाओं में रहीं रूबी आसिफ ने दीपोत्सव हर्षोउल्लास के साथ मनाया। हालांकि उन्हें काफी दिनों से धमिकयां मिल रही हैं। मगर उन्होंने किसी की परवाह नहीं की। दीपावली पर लक्ष्मी गणेश पूजन किया।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। गणेश पूजा, दुर्गा पूजा को लेकर चर्चाओं में रहीं रूबी आसिफ ने दीपोत्सव हर्षोउल्लास के साथ मनाया। हालांकि उन्हें काफी दिनों से धमिकयां मिल रही हैं। मगर उन्होंने किसी की परवाह नहीं की। दीपावली पर लक्ष्मी गणेश पूजन किया। शुभ दीपावली के अवसर पर जयगंज भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रूबी आसिफ Ruby Asif ने अपने आवास पर बहुत धूमधाम से दीपावली मनाई। पूजा अर्चना कर सभी को एकता का संदेश दिया।
यह भी पढ़ें- अलीगढ़ में घातक स्थिति में पहुंचा Air Pollution, सांस के मरीजों की बढ़ी मुसीबत, बचाव को अपनाएं ये खास तरीका
Ruby Asif Khan ने 101 दिए रोशन किए
Ruby Asif ने भगवान गणपति और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की और उन्हें भोग लगाया। पूजा में शमा शफीक, शबनम शहीद मौजूद रहीं। देशवासियों को उन्होंने शुभ दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सबको मिलकर रहने को कहा। मोहब्बत से सारे त्योहार मनाएं। यह हमारा हिंदुस्तान है। यहां हमें हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल कायम करनी है।
Jihadi Mentality से नहीं चलता देश
Ruby Asif ने कहा हमारा देश जिहादी मानसिकता Jihadi Mentality वाले मुल्लाओं से नहीं चलता है। ना ही उनके फतवों से चलता है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म स्थल को इस शुभ दीपावली के अवसर पर ऐसा जगमग रोशनी सेे नहलाया है। पूरा देश इसको देखकर कह रहा है कि प्रधानमंत्री हों तो नरेंद्र मोदी जैसे, मुख्यमंत्री हों योगी आदित्यनाथ जैैैसे। दोनों से लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
यह भी पढ़ें : धमकियों को नजर अंदाज कर Ruby Asif ने जिमाए कन्या-लांगुरा, ऐसे किया कन्या पूजन, देखते रह गए सब
आरएसएस की विचारा का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच संगठन
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की जिला संयोजक रूबी ने बताया कि आरएसएस की विचारधारा वाले इस संगठन से मुस्लिम समाज को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। देश व प्रदेश की योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति को मिल रहा है। कोई भेदभाव नहीं है। न ही संगठन भेदभाव करता है। मुस्लिम समाज के 62 महिला-पुरुषाें ने सदस्यता लेकर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की है। दूसरे दलों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए हैं।