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खैर विधानसभा उपचुनाव 2024: नसीमुद्दीन सिद्दीकी की बैठक में पहुंचे कांग्रेसी, सर्वसम्मति से हुआ ये निर्णय

खैर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए दोनों दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है। प्रत्याशी को जिताने के लिए दोनों दलों के कार्यकर्ता मिलकर काम करेंगे। इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी पूर्व विधायक विवेक बंसल प्रदेश महासचिव व अलीगढ़ प्रभारी कौशलेंद्र यादव शामिल हुए। यूपी विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस ने दस सीटों पर सपा के प्रत्याशी को ही समर्थन दिया है।

By Vinod Bharti Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 20 Oct 2024 03:19 PM (IST)
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कांग्रेस के पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी (बाएं), सपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर, पूर्व विधायक विवेक बंसल व अन्य नेता। सौ. आयोजक

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। खैर विधानसभा क्षेत्र का उप चुनाव सपा और कांग्रेस एकजुट और मजबूत होकर लड़ेगी। शनिवार को सपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की संयुक्त बैठक में सर्वसम्मिति से निर्णय हुआ कि गठबंधन प्रत्याशी को जिताने के लिए एक-एक कार्यकर्ता चुनाव में होगा।

धनीपुर मंडी स्थित लक्ष्मी धनगर के आवास पर देरशाम दोनों दलों के नेताओं की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस के खैर उप चुनाव प्रभारी एवं पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व विधायक विवेक बंसल, प्रदेश महासचिव व अलीगढ़ प्रभारी कौशलेंद्र यादव, युवा कांग्रेस के महासचिव आनंद बघेल, पूर्व प्रत्याशी गौरांगदेव चौहान मुख्य रूप से उपस्थित हुए। वहीं, सपा से जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर के साथ वरिष्ठ नेता अश्विनी शर्मा, बादशाह खान, शान मियां, जयकुमार सिंह जैकी ठाकुर, विजय सैनी, मनोज सैनी, चौधरी जय सिंह प्रजापति, आईपी कश्यप, दिनेश यादव, केपी यादव उपस्थित रहे।

गठबंधन को मजबूत करें

नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि गठबंधन में यह सीट कांग्रेस को मिली है। अब कांग्रेस और सपा के एक-एक कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है कि वह सबकुछ भूलकर चुनाव की तैयारी में जुट जाए। चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जिताकर प्रदेश में गठबंधन को मजबूती प्रदान करें, ताकि आगामी चुनावों में भाजपा का सूपड़ा साफ किया जा सके। सपा जिलाध्यक्ष व अन्य नेताओं ने कहा कि पूरा संगठन गठबंधन प्रत्याशी के साथ खड़ा है।

पूर्व मंत्री ने दावेदारों को बुलाया

शहनाई मैरिज होम में पू्र्व नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पार्टी नेताओं के साथ चुनाव की रणनीति तैयार की। बैठक में समस्त 22 दावेदारों को बुलाया। स्पष्ट कहा कि टिकट किसी एक को ही मिलेगा। जिसे भी टिकट मिले, बाकी को उसे जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक देनी है। दावेदारों ने जोर देकर कहा कि प्रत्याशी पार्टी का ही कार्यकर्ता होना चाहिए। बाहरी व्यक्ति को टिकट नहीं मिलना चाहिए। हाईकमान का जो भी आदेश होगा, उसका भी पालन किया जाएगा।

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ओमपाल सूर्यवंशी ने रालोद छोड़ कांग्रेस का थामा हाथ

उप चुनाव से पूर्व दल बदल का खेल भी शुरू हो गया है। शनिवार को रालोद नेता एवं वर्ष 2017 में खैर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े ओमपाल सूर्यवंशी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उन्होंने लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इसे भाजपा के लिए झटका माना जा रहा है। चुनाव से ठीक पहले उनके दलबदल से कांग्रेस के दावेदारों की बेचैनी बढ़ गई है। चर्चा है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता ओमपाल सूर्यवंशी को टिकट दिलाने के लिए जोर लगा रहे हैं।

ओमपाल खैर के ही गांव जिकरपुर के रहने वाले हैं। उनके साथ कांग्रेस की सदस्यता लेने वालों में जिला पंचायत सदस्य नीरज सूर्यवंशी, पूर्व प्रधान विजयपाल सिंह श्यौराण, चौधरी ऋषिपाल सिंह प्रबंधक, चौधरी राजेंद्र सिंह, योगेश शर्मा, सलाउद्दीन झांबू खां, विनोद कुमार समेत चौधरी धर्मवीर सिंह, ऋचा शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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