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UP News: ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में छूटा स्पंज, दो बेटियां हुईं; फिर उठने लगा दर्द

अलीगढ़ के बौनेर स्थित निजी अस्पताल से दो मामले सामने आ गए हैं पहले केस में दो घंटे चले आपरेशन के दौरान घुटने की कटोरी निकाल ली गई। दूसरे मामले में प्रसव के दौरान महिला के पेट में स्पंज छोड़ने का आरोप लगा है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित इन मामलों को लेकर डीएम विशाख जी. ने सीएमओ को जांच करने के निर्देश दिए हैं।

By Lokesh Kumar Sharma Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 09 Aug 2024 02:40 PM (IST)
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बौनेर स्थित निजी अस्पताल का मामला - प्रतीकात्मक तस्वरी।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। बौनेर स्थित निजी अस्पताल में हुए पैर के आपरेशन को लेकर सीएमओ से शिकायत की गई है। आरोप लापरवाही का लगा है। इसी हास्पिटल से जुड़े एक अन्य मामले में आरोप है कि आपरेशन से प्रसव के दौरान महिला के पेट में स्पंज छूट गया। स्पंज रक्त सोखने के काम आता है। इन मामलों को लेकर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित हो रहे हैं। इधर, सीएमओ ने जांच के निर्देश दे दिए हैं।

सिकंद्रराराऊ (हाथरस) के गांव मुड़ा नौजरपुर निवासी जीतेश कुमार ने सीएमओ से की शिकायत में कहा है कि 29 जुलाई की शाम उनके भाई प्रदीप कछला पर हुई सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे। उन्हें जिला अस्पताल कासगंज लाया गया। यहां से जेएन मेडिकल कालेज भेज दिया। यहां बताया गया कि सात दिन बाद आपरेशन होगा। तब एटा चुंगी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया।

स्टाफ ने अगले दिन आपरेशन की बात कही। पर, रात में ही भाई को बौनेर स्थित शिव महिमा अस्पताल में भर्ती करा दिया। विरोध भी किया। स्टाफ ने आपरेशन सफल होने का विश्वास दिलाया। दो घंटे चले आपरेशन के दौरान घुटने की कटोरी निकाल ली। इस पर विरोध किया। फिर भाई को दूसरे अस्पताल में भर्ती करा दिया। आपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की गई।

दूसरा मामला

एक अन्य मामले में 10 माह पूर्व आपरेशन से प्रसव के दौरान महिला के पेट में स्पंज छोड़ने का आरोप लगा है। गांव भांकरी अहिवासी निवासी विकास कुमार के अनुसार अस्पताल में पत्नी का प्रसव हुआ था। आपरेशन से दो बेटियां हुईं। आपरेशन के दौरान पेट में स्पंज रह गया। कुछ समय बाद पेट में दर्द उठने पर जांच कराई, तब इसका पता चला। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित इन मामलों को लेकर डीएम विशाख जी. ने सीएमओ को जांच करने के निर्देश दिए हैं।

आरोप पूरी तरह निराधार हैं। दुर्घटना में प्रदीप के घुटने के कई टुकड़े हो चुके थे। तब आपरेशन कर घुटना निकाला गया। स्वजन को यह बात बताई गई थी। आर्थो सर्जन डा. वीके गुप्ता, एनेस्थेटिक राधारानी, अटेंडेंट संजय से सहयाेग से आपरेशन हुआ। मरीज की बहन दूसरे हास्पिटल में कार्यरत है। द्वेषपूर्ण भावना से शिकायत की गई है। दूसरा मामला 10 माह पुराना है। तब आपरेशन से महिला के जुड़वा बच्चे हुए थे। इसके बाद महिला अस्पताल नहीं आई। इस बीच किसी अन्य अस्पताल में उसका आपरेशन हुआ था। 15 दिन पहले महिला के स्वजन का फोन आया और आपरेशन के दौरान तौलिया पेट में छोड़ने का आरोप लगाने लगे। किसी भी जांच के लिए मैं तैयार हूं। - डा. धर्मेंद्र चौधरी संचालक, शिव महिमा अस्पताल, बौनेर

प्रकरण संज्ञान में आया है। टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। इस संबंध में निर्देश दिए जा चुके हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई होगी। - डा. नीरज त्यागी, सीएमओ

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