भागदौड़ भरी जिंदगी ने बदल दी जीवनशैली, वर्कलोड से युवाओं में बढ़ रहा तनाव, अपनाएं टाइम मैनेजमेंट Aligarh news
मानसिक रोग प्रकोष्ठ की साइकोथेरेपिस्ट डा.अंशु सोम कहती हैं कि हमारे पास ऐसे तमाम लोग आते हैं जिनकी यही समस्या होती है? कि कार्यस्थल पर वर्कलोड से तनाव से गुजर रहे हैं। कई बार तनाव को कम करने के लिए दवा या शराब आदि का सहारा तक लेने लगे हैं।
By Anil KushwahaEdited By: Updated: Thu, 15 Apr 2021 04:04 PM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। भागदौड़ भरी जिंदगी व जीवनशैली से सेहत संबंधी गंभीर समस्याएं पनप रही हैं। अब कार्यस्थल पर बढ़ता काम का दबाव खासकर युवाओं में तनाव का कारण बन रहा है। लंबे समय तक कार्य करना, नाइट शिफ्ट में कार्य करना, तंग समय-सीमाएं और नियोक्ता की बढ़ती मांगों के कारण वे दबाव महसूस कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार तनाव का स्तर एक सीमा से अधिक बढ़ जाने पर यह दिमाग और शरीर को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। उनकी कार्यक्षमता बढऩे की बजाय घट जाती है। तनाव से घिरे ऐसे तमाम लोग मानसिक रोग विशेषज्ञ, साइकोथेरेपिस्ट व साइक्लोजिस्ट के पास पहुंचने लगे हैं।
वर्कलोड से तनाव में गुजर रहे अधिकांश लोगजिला अस्पताल स्थित मानसिक रोग प्रकोष्ठ की साइकोथेरेपिस्ट डा.अंशु सोम कहती हैं कि हमारे पास ऐसे तमाम लोग आते हैं, जिनकी यही समस्या होती है? कि कार्यस्थल पर वर्कलोड से तनाव से गुजर रहे हैं। कई बार तनाव को कम करने के लिए दवा या शराब आदि का सहारा तक लेने लगे हैं। ऐसे लोगों को अन्य टिप्स के साथ टाइम मैनेजमेंट के जरिए तनाव कम करने की सलाह दी जाती है। टाइम मैनेजमेंट अपनी गतिविधियों और कार्यों को समय पर और उत्पादक तरीके से पूरा करने की क्षमता है। जब आप टाइम मैनेजमेंट में कुशल होते हैं, तो आप प्रभावी रूप से यह तय कर सकते हैं कि प्रत्येक कार्य पर कितना समय बिताना है? आप प्रत्येक दिन अधिक काम कर सकें। अपने भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित करने से अपने शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखें। दूसरों के साथ जुड़ें। दोपहर के भोजन की तारीख बनाएं, एक समूह में शामिल हों। हमें अन्य लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाने चाहिए। आप समय प्रबंधन में जितने बेहतर होंगे, आप काम में उतने ही कुशल होंगे।
सकारात्मक होकर क्षमता के अनुसार कार्य करें डा. अंशु सोम ने बताया कि जीवन में आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है? इस पर ध्यान केंद्रित करें । यह आपका काम हो सकता है। आपका परिवार, स्वयंसेवा, देखभाल या कुछ और, वह करें जो आपको सार्थक लगे । सकारात्मक रहें, अपने जीवन में अच्छी चीजों पर ध्यान दें। क्षमता के अनुसार कार्य करें। गलती करने के लिए खुद को क्षमा करें और दूसरों को क्षमा करें। स्वस्थ, सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नियमित रूप से व्यायाम करें, स्वस्थ भोजन खाएं, और पर्याप्त नींद लें।
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