दीयों की रोशनी से नहाया अचल, काशी सा दिखा नजारा
देव दीवाली पर्व पर शुक्रवार को अचल सरोवर हजारों दीपों से नहा उठा। काशी जैसा नजारा दिखाई दिया।
By Mukesh ChaturvediEdited By: Updated: Sat, 24 Nov 2018 11:46 PM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। देव दीवाली पर्व पर शुक्रवार को अचल सरोवर हजारों दीपों से नहा उठा। काशी जैसा नजारा दिखाई दिया। हर-हर, गंगे, हर महादेव से पूरा अचल सरोवर परिक्रमा मार्ग गूंज उठा। मिट्टी के दीपक से प्रस्फुटित प्रकाश ने पूरे अचलताल परिसर को आगोश में ले लिया। कहीं भी अंधेरा नहीं दिखाई दे रहा था। आसपास के मकानों पर भी सैकड़ों दीपक रखे गए थे, जो देवताओं के धरती पर मंगलकामना की गवाही दे रहे थे। मानों देवता गण धरती पर उतर आएं हों। प्रभु की स्तुति में सभी लीन हों। शहर के लोग दीपों से उत्पन्न दृश्य को अपलक निहार रहे थे, ऐसे विहंगम दृश्य को वह अपनी आंखों से ओझल नहीं होने देना चाह रहे थे। पश्चिमी यूपी की सबसे बड़ी देव दीवाली मानी जा रही है, जिसमें 21001 दीपक जलाए गए। अविस्मरणीय, अद्भुत व अकल्पनीय दृश्य लोगों के दिलों में बैठ गया।
रंगोली बनाई
सुबह से ही अचल सरोवर का दृश्य से देखते ही बन रहा था। गिलहराज मंदिर रंगोली के साथ सजाया गया था। यहां बेहतरीन रोशनी की गई थी। लेजर लाइटों ने तो जैसे पूरे अचल सरोवर में चांदनी बिखेर दी हो। मंत्रोच्चार के साथ आरती से ऐसे लगा कि मानो देवतागण धरती पर उतर आएं हों। आरती घाट भी अपनी अलग छटा बिखेर रहा था। यहां संस्कार भारती ज्योति की टीम ने रुचि गोटेवाल, खुशबू वाष्र्णेय के निर्देशन में बेहतरीन रंगोली बनानी गई थी। उनके आसपास दीपक जले तो दृश्य देखते ही बन रहा था।
जगमगा उठा घाट शाम होते ही हजारों दीपों से आरती घाट जगमग हो उठा। आचार्य सुशील शास्त्री, सत्यप्रकाश पटेल, दैनिक जागरण के यूनिट हेड दीपक दुबे, संपादकीय प्रभारी नवीन सिंह पटेल, कृष्णा गुप्ता, साध्वी पुनीता चेतन, आदित्य नारायण अवस्थी, डॉ. राजीव अग्रवाल, अतुल सिंह, किरन कुमार झा, डॉ. ज्ञानेंद्र मिश्रा, कमल प्रताप सिंह ने आरती की। हर, हर गंगे, जय-जय गंगे की धुन से अचल सरोवर गूंज उठा। भक्ति के रस में सभी डूबे हुए थे। महादेव और गंगा मैया के जयकारे चारों दिशाओं में गूंज रहे थे। 'अचल हमारी शान है, शहर की पहचान है, अचल सरोवर कैसा हो, मान सरोवर जैसा होÓ के नारों से गूंज उठा। दैनिक जागरण के संपादक नवीन सिंह पटेल ने कहा कि यह सब शहरवासियों के सहयोग से संभव हो पाया है।
आरती में हुए शामिल
राजाराम मित्र, मोहन लाल वर्मा, भूपेंद्र शर्मा, भुवनेश आधुनिक, मानवेंद्र प्रताप सिंह, मधुलिका राघव, अधिवक्ता राकेश शर्मा, डॉ. नरेंद्र सिंह, वर्षा गौड़, विजय सिंह, जितेंद्र भारद्वाज, आलोक वात्सल्य, आशीष पॉल, अजय शर्मा, ज्योति मित्तल, आभा वाष्र्णेय, देवेंद्र सिंह, आदि थे। मंगला फाउंडेशन, अविरल धारा, श्री गंगा सेवा समिति, श्री शिव सांस्कृति समिति, वात्सल्य सेवा संस्थान, महिला ग्रामोद्योग सेवा संस्थान आदि ने सहयोग दिया।
मंत्रों से गूंजा गिलहराज मंदिर गिलहराज मंदिर का नजारा देखते ही बन रहा था। मंदिर की ओर से 21000 दीपक रखे गए थे। मंदिर की गुमटी को भी आकर्षक सजाया गया था। आसपास का ऐसा कोई घर नहीं था, जहां दीपक न रखे गए हों। महाआरती में महंत कौशलनाथ, कोल विधायक अनिल पाराशर, कमिश्नर अजयदीप सिंह, एसएसपी अजय साहनी, राजेश भारद्वाज, शशि सिंह, सतेंद्र सिंह ने महाआरती में शामिल हुए। महंत कौशलनाथ ने कहा कि भगवान कार्तिकेय ने देवता के साथ महादेव की आरती की थी, तभी से देव दीवाली मनाई जाती है। महंत ने कहा कि दिनरात की मेहनत से अचल विशाल देव दीपाली का आनंद सभी उठा सकें।
गणेश मंदिर भी जगमग हुआ
गणेश मंदिर भी हजारों दीपक से जगमग हो उठा। महंत योगी विनय नाथ के नेतृत्व में मंदिर के श्रद्धालुओं ने अचल सरोवर को दीपों से सजाया था। मंदिर के चारों कोना में भी दीपक रखें गए थे। एक साथ दीपक जले तो यहां का दृश्य देखते ही बन रहा था। विनयनाथ ने कहा कि दीपक प्रकाश का पर्व है, देवता भी प्रसन्न होते हैं। ललित वाष्र्णेय ने भी सहयोग किया।
सोशल मीडिया पर छाया अचल देव दीवाली पर्व पर अचल सरोवर सोशल मीडिया पर दुनियाभर में छाया रहा। दीपों से जगमग हुए अचल की जब विहंगम छटा बिखरी तो हर कोई अपने कैमरे में कैद करना चाह रहा था। सेल्फी लेने वालों की होड़ लग गई। हजारों दीपों के बीच हर कोई फोटो खिंचवाना चाह रहा था। शानदार आतिशबाजी का नजारा भी देखने को मिला। अचल का हर कोना रंग बिरंगी आतिशबाजी से नहा रहा था।पश्चिमी यूपी का पहला कार्यक्रम भाजपा नेता पूर्व ब्लॉक प्रमुख शशि सिंह और किसान मोर्चा ब्रज क्षेत्र के मंत्री चौधरी सतेंद्र पाल सिंह ने कहा कि पश्चिमी यूपी में सबसे भव्य देव दीवाली अचल सरोवर पर मनाई गई। एक साथ 21 हजार दीप चले, जिसका नजारा देखते ही बन रहा था। युवा नेता आदित्य पंडित, भाजयुमो जिला मंत्री सुमित माहेश्वरी आदि साथ में थे।चारों ओर अचल की यश कीर्ति देव दीवाली पर चारों ओर अचल सरोवर की यश कीर्ति थी। कभी गंदगी के आगोश में लिपटा अचल सरोवर अपनी स्वर्णिम कहानी कह रहा था। दैनिक जागरण ने 2015 में 'अचल सरोवर, अटल धरोहरÓ अभियान चलाकर अचल सरोवर की तस्वीर बदल दी। सरोवर को साफ करने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा था। लगातार तीन महीने सैकड़ों लोग में श्रमदान करने आया करते थे।3100 दीपों से सजाया सासनीगेट स्थित भूतेश्वर महाकाली मंदिर ट्रस्ट की ओर से महाकाली मंदिर में 3100 दीपक से देव दीवाली मनाई गई। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह लोधी ने कहा कि पूरी टीम ने सहयोग किया ।
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