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खुद को मेजर बताकर लड़कियों को लव-जिहाद में फंसाता था शहबाज, मोबाइल में मिले 25 लड़कियों के नंबर; सभी के शारीरिक शोषण का आरोप

मेजर बनकर लव जिहाद के जाल में फंसाने वाला शहबाज अब पुलिस की गिरफ्त में है। उसके मोबाइल से 25 हिंदू लड़कियों के नंबर मिले हैं। सभी से शारीरिक और आर्थिक शोषण के आरोप हैं। झारखंड की एक युवती ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस उसे बी-वारंट पर लाएगी और पूछताछ करेगी। अभी तक जो जानकारी मिली है वो हैरान करने वाली है।

By Santosh Sharma Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Fri, 13 Sep 2024 01:26 PM (IST)
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शाहबाज के पास से बरामद हुआ हर्षित चौधरी नाम का आधार कार्ड। जागरण
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। मौलाना आजाद नगर के शहबाज ने पहले सेना में नौकरी पाई। जहां उसकी तैनाती होती, वहां मेजर बताकर लड़कियों को अपने जाल में फंसा लेता था। उसकी गतिविधियों के चलते जून में सेना से बर्खास्त कर दिया गया।

झारखंड की युवती से भी मेट्रीमोनियल वेबसाइट पर नाम छिपाकर दोस्ती की। डेढ़ वर्ष पहले मंदिर में शादी कर ली। बन्नादेवी क्षेत्र में किराये के मकान में उसके साथ रहा। पिछले दिनों गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने शहबाज को वंदे भारत ट्रेन में बैग चोरी के मामले में पकड़ा तो उसकी सच्चाई सामने आ गई।

बुधवार को अहमदाबाद पुलिस शातिर को अलीगढ़ आई और कई घंटे छानबीन की। बेनकाब हुए शहबाज के खिलाफ झारखंड की युवती ने बन्नादेवी थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है।

आरोपित के फोन में 25 हिंदू लड़कियों के नंबर भी मिले हैं। सभी से पहचान छिपाकर दोस्ती की। शारीरिक व आर्थिक शोषण का भी आरोप है।

बन्नादेवी पुलिस उसे बी-वारंट पर लेकर आएगी।  झारखंड के चायबासा जिले के एक इलाके की युवती ने मुकदमे में कहा है कि मेट्रीमोनियल वेबसाइट के माध्यम से उसकी बातचीत हर्षित चौधरी उर्फ मोहम्मद शहबाज से हुई थी। उसने अपना नाम हर्षित और खुद को सेना में मेजर बताया।

आइडी व आधार कार्ड युवती के मोबाइल फोन पर भेजे। पांच मार्च 2023 को अलीगढ़ मंदिर में शादी कर ली। हर्षित ने युवती को बन्नादेवी क्षेत्र के लोहिया नगर में किराये के मकान में रखा। सेना में छुट्टी न मिलने की बात कहकर चला गया। बीच-बीच में आता था।

आरोप है कि युवती व हिंदू धर्म के प्रति उसका व्यवहार बदल गया। रोजाना मारपीट व गालीगलौज करता था। दुष्कर्म करता था। विरोध करने पर धमकी देता था कि टुकड़े करके कहीं फेंक दूंगा। अप्राकृतिक संबंध बनाता था।

छह सितंबर को युवती को गुजरात पुलिस से जानकारी मिली कि हर्षित का असली नाम शहबाज है, जो मौलाना आजाद नगर का रहने वाला है। पहले से शादीशुदा है और उस पर दो बच्चे हैं। आरोपित सेना में सिपाही के पद से बर्खास्त किया जा चुका है। कई लड़कियों के साथ उसने यह कृत्य किया है।

भरतपुर के हर्षित के नाम पर बनाया फर्जी आधार  एक अगस्त को अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन से बैग चोरी हुआ था। सीसीटीवी के आधार पर अहमदाबाद पुलिस ने मोहम्मद शहबाज को दिल्ली से गिरफ्तार किया, जो मौलाना आजाद नगर गली नंबर चार का रहने वाला है।

गुजरात के विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने यहां के विभाग मंत्री मुकेश राजपूत से संपर्क किया। मुकेश ने बताया कि बुधवार को पुलिस शहबाज को लेकर अलीगढ़ आई थी। उससे हर्षित चौधरी नाम का आधार कार्ड बरामद हुआ था, जो बायोमीट्रिक जांच में फर्जी पाया गया।

पूछताछ में उसने बताया कि आधार कार्ड अलीगढ़ में एक कंप्यूटर सेंटर से बनवाया था। आधार भरतपुर के हर्षित के नाम पर था। इसी की छानबीन के लिए पुलिस आई थी। ये भी पता चला है कि शहबाज ने मेडिकल रोड स्थित बैंक में फर्जी खाता खुलवा रखा था।

बैंक ने बिना जांच के खाता खोल दिया। इसमें भी मुकदमे की तैयारी है। भाई एएमयू का छात्र मुकेश के अनुसार शहबाज के मोबाइल फोन में 25 हिंदू लड़कियों के नंबर मिले हैं।

उसने बताया कि नौकरीपेशा युवतियों को निशाना बनाता था। सभी का शारीरिक व आर्थिक शोषण करता और फरार हो जाता। इसके पिता सेना से सेवानिवृत्त हैं। एक भाई एयरफोर्स में है और दूसरा एएमयू से एमबीए कर रहा है।

शहबाज को अहमदाबाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर आई थी। आरोपित के विरुद्ध झारखंड की युवती ने मुकदमा पंजीकृत कराया है। उसे लाने के लिए अहमदाबाद की कोर्ट में बी वारंट दाखिल कर दिया है। इस पर 29 सितंबर की तिथि लगाई गई है। युवती के मजिस्ट्रेट के समक्ष कराने के बाद उसे परिवार के सिपुर्द कर दिया है।

आरोपित पर हिंदू लड़कियों को लव जेहाद के नाम पर जाल में फंसाने का आरोप है। मोबाइल फोन में कई नंबर होने की भी जानकारी मिली है। बी-बारंट पर उसे लाकर सभी पहलुओं पर पूछताछ की जाएगी। किसी गिरोह के लिए तो काम नहीं कर रहा, इस एंगल पर भी जांच की जाएगी।

पंकज कुमार मिश्रा, इंस्पेक्टर बन्ना देवी 

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