एंटी करप्शन व पुलिस की कार्रवाई से खलबली, 64 दिन पहले नौकरी पर आया प्रशिक्षु लेखपाल रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
Aligarh Lekhpal Take Bribe Case Update news एक प्रशिक्षु लेखपाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने दुर्घटना बीमा योजना के आवेदन में रिपोर्ट लगाने के नाम पर किसान से 10 हजार रुपये की रिश्वत ली थी। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। किसान ने इस मामले में शिकायत की थी।
संवाद सूत्र, जागरण। गभाना/अलीगढ़। तहसील में 64 दिन पहले नौकरी पर आए प्रशिक्षु लेखपाल गीतम सिंह को मंगलवार को एंटी करप्शन थाना पुलिस ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। गीतम ने दुर्घटना बीमा योजना के आवेदन में रिपोर्ट लगाने के नाम पर किसान से रुपये लिए थे। उसके विरुद्ध जवां थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। बुधवार को उसे मेरठ के न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एंटी करप्शन थाने के इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह ने बताया कि चंडौस के गांव ताजपुर के किसान ने शिकायत की थी। बताया था कि पांच अगस्त को उनके पिता की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी। किसान बीमा दुर्घटना योजना का लाभ लेने के लिए तहसील स्तर से रिपोर्ट लगनी थी। मनमानी रिपोर्ट लगाने के नाम पर इगलास के गांव कैमावली के प्रशिक्षु लेखपाल गीतम सिंह ने 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। मजबूरी बताई तो 10 हजार रुपये देने पर बात तय हुई।
लेखपाल को पकड़ने के लिए बिछाया टीम ने जाल
मंगलवार को टीम ने गीतम को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इसके तहत किसान को 10 हजार रुपये देकर भेजा। गीतम ने किसान को पहले कटरा मोड़ पर बुलाया। फिर अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे स्थित दाैरऊ मोड़ के पास बुलाया। वहां रुपये ले लिए। तभी पुलिस ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। पुलिस उसे जवां थाने ले गई, जहां पूछताछ की गई। गीतम ने नौ सितंबर को ही प्रशिक्षण शुरू किया था।इंस्पेक्टर के अनुसार बुधवार को आरोपित को मेरठ के न्यायालय में पेश किया जाएगा।ये भी पढ़ेंः Weather update: पश्चिमी यूपी में सीजन का पहला कोहरा, मेरठ में दृश्यता 50 मीटर, मुजफ्फरनगर-शामली में हाईवे पर थमी रफ्तार
ये भी पढ़ेंः UP News: सात फेरे लेने के लिए बैठा था दूल्हा, तभी पहुंची पहली पत्नी ने खाेल दी पाेल; आफत में फंसे बराती
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।