Aligarh Crime: क्यों अलीगढ़ में एक चाचा ने नाबालिग यास्मीन को छत से फेंककर मार डाला, जानिए पूरी घटना
बेटी को जब मां के साथ मुंह बोले चाचू के संबंधो का पता चला तो उसको अपने घर आना पसंद नही था और फिर क्या हुआ कि मंगलवार को मां के आशिक ने छत से फेंककर उसकी जान ले ली जानिए पूरी घटना
अलीगढ़ : अलीगढ़ के क्वार्सी में नाबालिग किशोरी की मां के आशिक ने छत से धक्का दे दिया और उसकी मौत हो गई। इस दर्दनाक हत्या ने सबको हिलाकर रख दिया। जिस आरोपित आरिफ ने उसे छत से फेंका था, वह उसे चाचू कहती थी।
दरअसल यास्मीन को जब अपनी मां व आरिफ के संबंधों के बारे में जानकारी हुई तो उसे आरिफ का अपने घर आना अच्छा नहीं लगाता था। इसी बात को लेकर आरिफ ने यास्मीन के साथ पहले भी मारपीट की थी। मंगलवार रात को जब आरिफ उसके घर पहुंचा तो यास्मीन ने मां के घर पर न होने की बात कह दी उसको नही पता था कि उसके मुंह बोले चाचू आरिफ व मां दोनों ही उसके जान के दुश्मन बन जाएंगे। इस बात को लेकर आरिफ ने उसको पीटना शुरू कर दिया तो मां ने बचाने की कोशिश तक नहीं की। इतना ही नहीं बच्ची को लहूलुहान हालत में सड़क पर छोड़कर प्रेमी के संग फरार हो गई।
पुलिस के मुताबिक आरोपित आरिफ नगला मल्लाह में रहने वाले अपने दोस्त से मिलने आता था। उसी दौरान यास्मीन की मां से नजदीकी बढ़ गई। यास्मीन के रिश्ते के भाई ने बताया कि जब आरिफ बच्ची को पीट रहा था, तो उसकी मां कमरे में ही थी लेकिन बाहर निकलकर नहीं आई। वहीं मंगलवार को मकान मालिक भी शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। ऐसे में आरोपित पर खून सवार हो गया और वह यास्मीन के पीछे दौड़ रहा था। यास्मीन तीसरी मंजिल पर अंधेरे में छिपने के लिए गई तो वहां भी आरिफ ने उसे तलाश लिया और धमकाने लगा। यास्मीन ने अपने बचाव में ये तक कहा कि मैं सबको बताऊंगी तभी आरोपित ने उसे धक्का दे दिया। आरोपित आरिफ घटना के वक्त नशे में था।
सिर में गंभीर चोट, कान से निकल रहा था खून
छत से गिरने के बाद यास्मीन के सिर में गंभीर चोट आई थी। उसके कान के पास से खून बहने लगा। जीजा साकिब ने उसे अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान साकिब की शर्ट भी खून से सन गई। पुलिस ने शर्ट को भी कब्जे में लिया है।
साकिब से भी था आरिफ का मनमुटाव
इंस्पेक्टर क्वार्सी विजय सिंह ने बताया कि छह माह पहले यास्मीन की मां ने आरिफ को साकिब से दो हजार रुपये उधार दिलवाए थे। कई बार साकिब ने रुपये मांगे लेकिन आरिफ रुपयों को वापस नहीं कर रहा था। इसे लेकर आरिफ का साकिब से भी मनमुटाव चल रहा था। वहीं मारपीट के दौरान यास्मीन बचने के लिए साकिब के पास ही जा रही थी।
अम्मी और चाचू ने फेंक दिया
साकिब हापुड़ में रहकर सरिये का काम करते हैं। वर्तमान में नगला मल्लाह वाले मकान में दूसरी मंजिल में रह रहे थे। जब साकिब यास्मीन को अस्पताल ले जा रहा था, तब भी यास्मीन ने लड़खड़ाती जुबान में यही कहा कि चाचू (आरिफ) और अम्मी ने उसे फेंक दिया है।