जाटलैंड पर AMU में आरक्षण की मांग को धार दे गए योगी, कहा- कांग्रेस, सपा और बसपा नहीं चाहती आरक्षण मिले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में आरक्षण की वकालत की। उन्होंने कहा कि एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान या सामान्य संस्था के रूप में रहना चाहिए और अनुसूचित जाति जन जाति पिछड़ी जाति को आरक्षण देना चाहिए। सांसद सतीश गौतम ने एएमयू की जमीन के मुद्दे पर कहा कि यह जाट शिरोमणि राजा महेंद्र प्रताप सिंह की है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) स्थापना के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में सुर्खियों में रही है। भाजपा भी एएमयू में आरक्षण को लेकर मुखर रही है। मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण को लेकर शपथपत्र देकर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है। सांसद सतीश गौतम भी संसद में कई बार मुद्दा उठा चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एएमयू में आरक्षण की वकालत कर इसे और हवा दे गए। भाजपा अभी तक राजा महेंद्र प्रताप सिंह की दान की गई जमीन को लेकर ही यूनिवर्सिटी पर हमलावर रही है। अब, लोधा में राजा के नाम पर स्थापित राज्य विश्वविद्यालय की एएमयू से स्पर्धा की बात कर मुख्यमंत्री ने लंबी लकीर खींचने का काम किया है।
गेंद कांग्रेस, सपा और बसपा के पाले में हैं। बसपा अगर आरक्षण की मांग करती है तो उसे मुस्लिम वोट बैंक को भी देखना होगा। कांग्रेस के लिए यह विषय नया नहीं है। उस पर पहले ही आरक्षण न देने के आरोप लगते रहें। सपा की हालत भी कुछ ऐसी ही है। बांकनेर से सभा में आए अमर सिंह योगी के भाषण से खुश थे। बोले, मुख्यमंत्री सही कर रहे हैं। ऐसा ही होना चाहिए। कानूनी व्यवस्था बहुत सुधरी है। खेतों में अब चोर दिखाई नहीं देते। पहले ट्यूबवेल से पटा तक चोरी हो जाते थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शनिवार को कस्बा खैर में सवा दो माह में दूसरी सभा थी। इससे पहले वह 28 अगस्त को विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने आए थे।
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