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प्रकृति से छेड़छाड़ होती है घातक : न्यायमूर्ति अरविंद

जासं, इलाहाबाद : प्रकृति से छेड़छाड़ के कारण पर्यावरण में तेजी से कई बदलाव आए हैं। मौसम का चक्र प्रभा

By JagranEdited By: Sun, 23 Apr 2017 01:00 AM (IST)
प्रकृति से छेड़छाड़ होती है घातक : न्यायमूर्ति अरविंद
प्रकृति से छेड़छाड़ होती है घातक : न्यायमूर्ति अरविंद

जासं, इलाहाबाद : प्रकृति से छेड़छाड़ के कारण पर्यावरण में तेजी से कई बदलाव आए हैं। मौसम का चक्र प्रभावित हुआ है। भूमंडलीय तापमान में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसके लिए संतुलन बनाने की जरूरत है, जो अनुशासन से ही मिल सकता है। उक्त बातें इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश अरविंद कुमार मिश्रा ने पृथ्वी दिवस पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।

फाफामऊ में स्थित शिवगंगा विद्या मंदिर में दैनिक जागरण और स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में पृथ्वी दिवस पर संगोष्ठी आयोजित की गई, उद्घाटन मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के न्यायाधीश अरिवंद कुमार मिश्रा, आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति हसीब अख्तर, दैनिक जागरण के डीजीएम मनीष चतुर्वेदी, विदेशी अतिथि ओबोलोंकोव ल्गोर, स्कूल के निदेशक एसएस ओझा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है। हमें पानी, समय समेत प्रत्येक चीज की बर्बादी को रोकना होगा। तभी पृथ्वी की रक्षा हो पाएगी। आचार्य नरेंद ्रदेव कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति हसीब अख्तर ने कहा कि हमें अपनी सोच बदलनी होगी। केवल दिवस मनाने से काम नहीं चलेगा। प्रकृति में हो रहे बदलावों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। पृथ्वी के संरक्षण के लिए सभी को मेहनत करनी होगी। रसियन आर्मी में कमांडर रह चुके विदेशी अतिथि ओबोलोंकोव ल्गोर ने कहा कि पृथ्वी दिवस पर पौधरोपण करना अच्छी पहल है। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक अरुण ओझा ने कहा कि 22 अप्रैल को पूरा विश्व पृथ्वी दिवस मनाता है। कई नदियों का अस्तित्व संकट में है। उन्हें बचाने के लिए हम सभी को आगे आना होगा।

दैनिक जागरण के डीजीएम मनीष चतुर्वेदी ने कहा कि हमारे देश में पृथ्वी को मां का दर्जा दिया गया है। हमें कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे मां को कष्ट हो। दैनिक जागरण समूह के प्रयास से गत वर्ष एक करोड़ पौधे लगाए गए। संकल्प लेना होगा कि हम जितने भी पौधे लगाएं, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी खुद संभाले। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक डॉ. निरंजन सिंह ने कहा कि बदलाव से सबसे ज्यादा खतरा प्रकृति को है। इसके लिए पेड़ों की सुरक्षा जरूरी है। अध्यक्षता कर रहे स्कूल के निदेशक एसएस ओझा ने भी इस पर जोर दिया। स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संयोजक सुरेश नारायण शुक्ला व रेड एफएम 93.5 के स्टेशन हेड राजीव कुमार ने भी विचार रखे। इससे पहले मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों ने स्कूल परिसर में पौधे लगाए। अर्चना शुक्ला, रश्मी शुक्ला ने स्वदेशी गीत गया। भीम सिंह ने नृत्य प्रस्तुत किया। तीन बच्चों को दैनिक जागरण परिवार के ओर से पुरस्कृत किया गया। स्कूल की ओर से भी कई बच्चों को पुरस्कृत किया।