प्रयागराज का ज्वाला देवी कालेज परिसर कल से लघुभारत में बदल जाएगा, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी होंगी शामिल
प्रयागराज में ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव के पहले दिन 11 नवंबर को प्रदर्शनी का शुभारंभ होगा। 12 नवंबर को मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल होंगी। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री यतींद्र भी मौजूद रहेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaUpdated: Thu, 10 Nov 2022 07:45 PM (IST)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान का अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव प्रयागराज में कल 11 नवंबर से शुरू होगा। शहर के ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में आयोजन होगा। यहां 11 से 13 नवंबर तक आयोजित महोत्सव में समस्त प्रदेशों के प्रतिभागी शामिल होंगे। आइए जानें कि यहां कब-कब क्या आयोजन होंगे।
अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन कल से : ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव के तहत कल शुक्रवार 11 नवंबर को प्रदर्शनी का शुभारंभ होगा। 12 नवंबर को संस्कृति महोत्सव समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शामिल होंगी। अध्यक्षता महापौर अभिलाषा गुप्ता करेंगी। इस दौरान विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री यतींद्र भी मौजूद रहेंगे।
विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक बोले : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान प्रश्नमंच, पत्र-वाचन, आशु भाषण, कथा-कथन प्रतियोगिताएं विद्यालय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आयोजित होंगी। 12 नवंबर को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में प्रयागराज से सांसद डा. रीता जोशी मुख्य अतिथि होंगी। मुख्य वक्ता स्वामी श्याम शरणम महाराज होंगे।
13 नवंबर को महोत्सव का होगा समापन : विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह ने बताया कि 13 नवंबर को संस्कृति महोत्सव का समापन होगा। महोत्सव में प्रश्न-मंच, पत्र-वाचन, संस्कृति वार्ता, सांस्कृतिक संध्या, समापन समारोह, प्रयागराज दर्शन का समावेश होगा। विद्या भारती उत्तर क्षेत्र, पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र, उत्तर पूर्व बिहार व झारखंड क्षेत्र, पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्व क्षेत्र, दक्षिण क्षेत्र, दक्षिण मध्य क्षेत्र, पश्चिम क्षेत्र, राजस्थान क्षेत्र, मध्य क्षेत्र प्रतिभागिता करेंगे।
इन प्रदेशों के 400 प्रतिभागी होंगे शामिल : डा. रामेंद्र सिंह ने बताया कि पत्र-वाचन प्रतियोगिताएं विद्यालय स्तर से लेकर संकुल, विभाग, प्रांत एवं क्षेत्रीय स्तर तक आयोजित होती हैं। क्षेत्रीय स्तर पर प्रथम आने वाले प्रतिभागी अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिभागिता करते हैं। यहां जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश से लेकरी दक्षिण के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु सहित अन्य कई प्रदेशों के लगभग 400 प्रतिभागी महोत्सव में प्रतिभागिता करेंगे।
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