अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपियों की न्यायिक अभिरक्षा 14 दिन के लिए और बढ़ी, अब सात जुलाई को होगी सुनवाई
15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या की गई थी। तीनों अभियुक्त प्रतापगढ़ जेल में बंद है। इससे पहले सात जून को मामले में सुनवाई हुई थी। जिला शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि अगली सुनवाई सात जुलाई को निर्धारित की गई है।
By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Tue, 20 Jun 2023 03:53 PM (IST)
प्रयागराज, जागरण टीम। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के हत्यारोपियों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी की न्यायिक अभिरक्षा 14 दिन के लिए और बढ़ गई है। मंगलवार को अभियुक्तों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश कराया गया। सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम ने न्यायिक अभिरक्षा की अवधि बढ़ाते हुए सुनवाई के लिए सात जुलाई की तिथि नियत की है।
इससे पहले सात जून को हुई थी सुनवाई
इससे पहले सात जून को मामले में सुनवाई हुई थी। जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरी ने बताया कि अगली सुनवाई सात जुलाई को निर्धारित की गई है।मनी लांड्रिंग केस में माफिया के बेटों पर भी सकेगा शिकंजा, अतीक की काली कमाई छुपाने में उमर और अली करते थे मदद
15 अप्रैल को हुई थी अतीक और अशरफ की हत्या
15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या की गई थी। तीनों अभियुक्त प्रतापगढ़ जेल में बंद है। पूछताछ में पता चला था कि लवलेश बांदा, सनी सिंह हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। इसके पास से तुर्किए निर्मित जिगाना, गिरसान और एक कंट्री मेड पिस्टल बरामद हुई थी। इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्य की तहरीर पर शाहगंज थाने में तीनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। इसके बाद हत्याकांड की विवेचना एसआईटी को दी गई।
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