Atique Ahmed: अतीक और अशरफ की हत्या के बाद बढ़ी परिवार की मुश्किलें, क्या शाइस्ता और जैनब कर सकती हैं सरेंडर?
अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ के मारे जाने के बाद माफिया राज तो खत्म हो गया और अब सवाल है कि क्या होगा उन दोनों के परिवार का पत्नी-बच्चों का? दोनों की पत्नी उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार हैं।
By ankur tripathiEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 16 Apr 2023 11:20 PM (IST)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता: अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ के मारे जाने के बाद माफिया राज तो खत्म हो गया और अब सवाल है कि क्या होगा उन दोनों के परिवार का, पत्नी-बच्चों का? दोनों की पत्नी उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश में है। अतीक के बेटे जेल और बाल गृह में हैं जबकि अशरफ के बच्चे ननिहाल में।
अब दोनों माफिया के परिवार के सामने मुश्किल हालात हैं। कौन करेगा जेल में बंद बेटों की मुकदमों की पैरवी, कौन करेगा बच्चों की देखभाल। शाइस्ता और जैनब फातिमा के भी सरेंडर की संभावना है, जिसके बाद उन दोनों को भी जेल भेज दिया जाएगा।
अतीक अहमद के पांचों बेटे कहां हैं?
अतीक के परिवार में पत्नी शाइस्ता परवीन और पांच बेटे थे। उमेश पाल हत्याकांड से पहले देवरिया जेल कांड में सबसे बेटा उमर दो साल तक फरार रहने के बाद पिछले साल अदालत में सरेंडर करने पर लखनऊ की जेल में बंद कर दिया गया। दूसरा बेटा अली करेली थाने में पांच करोड़ रुपये रंगदारी मांगने के मामले में जुलाई 2022 में समर्पण करने के बाद नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया।तब से वह नैनी जेल की सलाखों के पीछे है। तीसरा बेटा असद अधिवक्ता उमेश पाल को गोलियां मारने के बाद फरारी काटने के दौरान झांसी में शूटर गुलाम के साथ मारा गया था, जिसे शुक्रवार को कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया। बाकी दो सबसे छोटे नाबालिग बेटे आबान और ऐजम दो मार्च से राजरूपपुर स्थित बाल गृह में हैं जहां अब उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है।
शाइस्ता ही सहारा, लेकिन फरार है
अतीक के मारे जाने के बाद शाइस्ता ही बेटों का सहारा है और वह भी फरार है। शाइस्ता भी जेल जाती है तो उसके और जेल में बंद दो अन्य बेटों की पैरवी करने के लिए अब कोई है नहीं। शाइस्ता के मायके वाले ही सहारा हैं।हालत यह है कि अतीक के परिवार के लिए एक घर भी नहीं है। बाल गृह से दोनों नाबालिग बेटे निकलते हैं तो उन्हें ननिहाल में ही रहना होगा। दोनों इस बार सेंट जोसेफ स्कूल में कक्षा नौ और बारहवीं की परीक्षा भी नहीं दे सके थे।
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