कौशांबी की अलवारा झील में नौ करोड़ से बनेगा जैव विविधता पार्क
जैव विविधिता पार्क को मुख्यत दो जोन में बांटा जाएगा। विजिटर्स जोन और नेचर कंजरवेशन में अलग-अलग सुविधाएं होंगी।
By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 19 Aug 2020 07:17 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। नमामि गंगे योजना के तहत केंद्र सरकार पडोसी जनपद कौशांबी की अलवारा झील के करीब 404.86 हेक्टेयर क्षेत्रफल में जैव विविधता पार्क बनाने की अनुमति दे दी है। तकरीबन नौ करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना का कार्य 2024 तक पूरा होगा। जैव विविधिता पार्क को मुख्यत: दो जोन में बांटा जाएगा। विजिटर्स जोन और नेचर कंजरवेशन में अलग-अलग सुविधाएं होंगी।
ऐतिहासिक अलवारा झील में 404.86 हेक्टेयर क्षेत्रफल बनाया जाएगा जैव विविधता पार्क डीएफओ पीके सिन्हा ने बताया कि जिले में ऐतिहासिक झील अलवारा में जैव विविधता पार्क करीब 404.86 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बनाया जाएगा। इसके लिए शासन ने अनुमति दे दी है। तकरीबन नौ करोड़ की लागत वाली परियोजना का कार्य 2024 तक पूरा होगा।
जैव विविधता पार्क को मुख्यता दो जोन बांटा जाएगाजैव विविधिता पार्क को मुख्यत: दो जोन में बांटा जाएगा। विजिटर्स जोन और नेचर कंजरवेशन में अलग-अलग सुविधाएं होंगी। विजिटर्स जोन में नेचर इंटरप्रीटेशन सेंटर, नेचर ट्रायल्स, वाटर बॉडीज, हर्बल गार्डेन, नर्सरी, सेक्रेड ग्रोव, नक्षत्र वाटिका, पंचवटी, नवग्रह वाटिका, रीक्रियेशनल पार्क, आदि होंगे। पंचवटी वाटिका में बेल, बरगद, आंवला, पीपल और अशोक के पेड़ होंगे। जबकि नक्षत्र वाटिका में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे। कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से अभी धन नहीं मिला है।
पर्यटन को भी मिलेगा बढावा डीएफओ पीके सिन्हा धन अवमुक्त होते ही जैव विविधता पार्क का निर्माण शुरू कराया जाएगा। जैव विविधता पार्क बन जाने से यहां पर्यटन क्षेत्र को भी बढावा मिलेगा। बडी संख्या में पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा। पर्यटकों को यह पार्क काफी लुभावना लगेगा।
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