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Breast Cancer: महिलाएं ध्‍यान दें, स्तन में है गांठ तो छिपाएं नहीं डाक्टर को बताएं, कैंसर के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं

डा. कचनार वर्मा कहती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर स्तन में शुरू होता है और यह तब होता है जब कोशिकाएं नियंत्रण में नहीं रह जातीं। हालांकि अधिकांश स्तन गांठ कैंसर नहीं होता। कहा कि स्तन कैंसर का सबसे आम लक्षण स्तन या बगल के क्षेत्र में गांठ महसूस होना है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Thu, 26 Aug 2021 09:44 AM (IST)
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स्‍तन कैंसर की महिलाएं खुद से भी जांच कर सकती हैं। गांठ दिखे तो डाक्‍टर से संपर्क करें।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अगर महिलाओं के स्‍तन में गांठ है तो तनिक भी संकोच मत करें, चिकित्‍सकों से जरूर चेकअप कराएं। ऐसा नहीं कि सभी गांठ स्‍तर कैंसर ही हो, फिर भी परीक्षण कराना तो बहतर ही रहेगा। क्‍योंकि मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलाजी लैब में असिस्टेंट प्रोफेसर डा. कचनार वर्मा ने बीते दिनों जांच की तो तीन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण मिले। उन्हें मामूली कैंसर नहीं बल्कि काफी बड़े स्थान पर फैल चुका है। इससे डा. कचनार खुद भी बहुत दुखी और परेशान हैं। कहती हैं कि तीनों महिलाओं ने जांच कराने में काफी देर कर दी। किसी को छह माह पहले से गांठ थी तो किसी को आठ महीने पहले से।

अधिकांश स्‍तन में गांठ कैंसर नहीं होता : डा. कचनार वर्मा

डा. कचनार वर्मा कहती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर स्तन में शुरू होता है और यह तब होता है जब कोशिकाएं नियंत्रण में नहीं रह जातीं। हालांकि अधिकांश स्तन गांठ कैंसर नहीं होता। कहा कि स्तन कैंसर का सबसे आम लक्षण स्तन या बगल के क्षेत्र में गांठ महसूस होना है। या फिर इसे एक गाढ़े टिश्यू के रूप में देखा जा सकता है। इसका दर्द मासिक चक्र पर निर्भर करता है। यदि स्तन कैंसर होता है तो घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन महिलाएं इसे छुपाएंगी, जांच नहीं कराएंगी और डाक्टर से समय पर इलाज नहीं कराएंगी तो यह खतरनाक भी हो सकता है।

शराब भी बनती है कारण

स्तन कैंसर उन महिलाओं में होने की संभावना ज्यादा रहती है जो शराब का सेवन करती हैं। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए अध्ययन में लगातार यही तथ्य पाया गया है। कैंसर पर प्रयागराज में भी स्टडी चल रही है। लेकिन बीते दिनों आए तीन मामले तो चौंकाने वाले हैं क्योंकि इन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर स्प्रेड हो चुका है। एनसीआइ के अध्ययन के अनुसार गर्भनिरोधक ज्यादा लेने से भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

करें स्वयं से जांच

- स्तन की त्वचा लाल होने लगती है।

- एक या दोनों निपल्स पर दाने हो जाते हैं।

- स्तन के आकार में बदलाव होता है।

- निपल से तरल पदार्थ निकलता है जिसमें रक्त होता है।

- निपल उल्टा हो सकता है।

- स्तन या बगल के क्षेत्र में लगातार दर्द महसूस होता है। 

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