बीएसएनएल कर्मियों ने जीएम कार्यालय पर दिया धरना, जानिए क्या हैं उनकी मांग
एक दिवसीय संयुक्त धरना प्रदर्शन में बीएसएनएल का अधिकारी एसोसिएशन भी शामिल रहा। धरना प्रदर्शन में रिस्ट्रक्चरिंग नीति सहित अन्य तीन तीन मांगों को लेकर धरना दिया गया। मांग पूरी होने तक एकजुट होकर संघर्ष करने का ऐलान हुआ।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बीएसएनएल कर्मियों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को जीएम कार्यालय पर धरना दिया गया। एक दिवसीय संयुक्त धरना प्रदर्शन में बीएसएनएल का अधिकारी एसोसिएशन भी शामिल रहा। धरना प्रदर्शन में रिस्ट्रक्चरिंग नीति सहित अन्य तीन तीन मांगों को लेकर धरना दिया गया। मांग पूरी होने तक एकजुट होकर संघर्ष करने का ऐलान हुआ।
आल इंडिया ग्रैजुएट ऑफिसर एसोसिएशन, संचार निगम एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन, ऑल इंडिया बीएसएनएल एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन शामिल हुआ। हिमांशु ओझा, आशीष कुमार गुप्ता,ऋषि प्रकाश,अमित सिंह ,मूलचंद, आर डी. कुशवाहा, दिग्विजय सिंह, देवव्रत सिंह, शाहिद अख्तर, अजय केसरी,सुरेंद्र सोनकर, सौरभ पांडे, रियाज अहमद, पंकज त्रिपाठी, ओ पी. शुक्ला, मदन कुमार, सुख सागर सिंह, संजीव कुमार, बृजेश कुमार, प्रदीप कुमार पाठक, विपिन सिंह, भानु दत्त, आशीष जायसवाल, सर्वेश सिंह, राजेश कुशवाहा, श्रवण कुमार,सुरेंद्र पाल,आलोक शर्मा,सत्य प्रकाश,पंकज कुमार, विजय राज, विजय कुमार, कौशलेश शुक्ला, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।
दिवंगत ओपी गुप्ता को दी विशिष्ट जनों ने श्रद्धांजलि
प्रयागराज : इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति एसपी केशरवानी के के पिता स्व. ओपी गुप्ता की स्मृति में बुधवार को श्रद्धांजलि सभा हुई। अशोकनगर स्थित न्यायमूर्ति के निवास पर स्व. ओपी गुप्त को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए न्यायामूर्ति, अधिवक्ताओं के साथ समाज के विशिष्टजन पहुंचे। सबने टैक्स बार एसोसिएशन के संस्थापक व दर्जनों संगठनों में अहम भूमिका निभाने वाले स्व. गुप्ता के कृतित्व व व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके कार्यों को अनुकरणीय बताया। इस दौरान प्रदेश के न्यायमूर्ति कृष्ण पहल, न्यायमूर्ति सरल श्रीवास्तव, न्यायमूर्ति डा. वाईके श्रीवास्तव, न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र, न्यायमूर्ति अजीत सिंह, पूर्व मंत्री डा. नरेंद्र सिंह गौर, प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी, पूर्व न्यायमूर्ति अरुण टंडन, पूर्व न्यायमूर्ति सभाजीत यादव, पूर्व न्यायमूर्ति आरडी खरे, अपर महाधिवक्ता एमसी त्रिपाठी, मुख्य स्थायी अधिवक्ता जेएन मौर्य, मृत्युंजय तिवारी, विजय चंद्र श्रीवास्तव,, आदि मौजूद रहे।