वंदे भारत की गति से CCTV कैमरे में पत्थरबाज की तस्वीर नहीं कैद हुई Prayagraj News
वाराणसी से नई दिल्ली जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर बीते 17 अगस्त किसी ने पत्थर फेंक दिया था। आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो ट्रेन की तेज स्पीड से पत्थरबाज की तस्वीर नहीं आ सकी।
By Edited By: Updated: Thu, 22 Aug 2019 07:47 AM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। वाराणसी से नई दिल्ली जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंकने वाले शख्स का पता नहीं चल पा रहा है। आरपीएफ ने बुधवार को वंदे भारत एक्सप्रेस के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला। हालांकि ट्रेन की रफ्तार तेज होने व धूप के कारण पत्थरबाज कैमरे की गिरफ्त में नहीं आ सका।
बमरौली के पास किसी व्यक्ति ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया था
बीते 17 अगस्त को शाम 4.50 बजे वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी से नई दिल्ली जा रही थी, तभी बमरौली के पास किसी व्यक्ति ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया था। इससे ट्रेन के सी-10 कोच का शीशा टूट गया था। कोच में बैठे व्यक्ति की शिकायत के बाद पत्थर फेंकने वाले की तलाश की जा रही है। पहले तीन दिन तक आरपीएफ ने घटनास्थल के आसपास लोगों से पूछताछ करके पत्थर फेंकने वाले के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की।
वंदे भारत की स्पीड से मात खा गया सीसीटीवी कैमरा
उसके पश्चात नई दिल्ली से वंदे भारत एक्सप्रेस के सीसीटीवी फुटेज मंगवाए गए। आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज देखे, लेकिन उसमें कुछ पता नहीं चला। बुधवार को दोबारा सीसीटीवी फुटेज को देखा गया लेकिन सफलता नहीं मिली। आरपीएफ ने घटनास्थल के आसपास लोगों से पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
बोले, इलाहाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त
इलाहाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार का कहना है कि ट्रेन की 90 किमी प्रति घंटे तेज रफ्तार और धूप के कारण सीसीटीवी फुटेज में यह पता नहीं चल पा रहा है कि ट्रेन पर पत्थर किसने फेंका। बहरहाल आगे भी इसकी जांच जारी रहेगी। पत्थरबाजों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
बमरौली के पास किसी व्यक्ति ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया था
बीते 17 अगस्त को शाम 4.50 बजे वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी से नई दिल्ली जा रही थी, तभी बमरौली के पास किसी व्यक्ति ने ट्रेन पर पत्थर फेंक दिया था। इससे ट्रेन के सी-10 कोच का शीशा टूट गया था। कोच में बैठे व्यक्ति की शिकायत के बाद पत्थर फेंकने वाले की तलाश की जा रही है। पहले तीन दिन तक आरपीएफ ने घटनास्थल के आसपास लोगों से पूछताछ करके पत्थर फेंकने वाले के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की।
वंदे भारत की स्पीड से मात खा गया सीसीटीवी कैमरा
उसके पश्चात नई दिल्ली से वंदे भारत एक्सप्रेस के सीसीटीवी फुटेज मंगवाए गए। आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज देखे, लेकिन उसमें कुछ पता नहीं चला। बुधवार को दोबारा सीसीटीवी फुटेज को देखा गया लेकिन सफलता नहीं मिली। आरपीएफ ने घटनास्थल के आसपास लोगों से पूछताछ की, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
बोले, इलाहाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त
इलाहाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार का कहना है कि ट्रेन की 90 किमी प्रति घंटे तेज रफ्तार और धूप के कारण सीसीटीवी फुटेज में यह पता नहीं चल पा रहा है कि ट्रेन पर पत्थर किसने फेंका। बहरहाल आगे भी इसकी जांच जारी रहेगी। पत्थरबाजों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।