Corneal Transplant in Prayagraj: चार नेत्रहीनों की आंखों को मृत्यु के बाद रोशनी दे गए रामाज्ञा और नीलम
शिक्षाविद रामाज्ञा राय की मृत्यु के बाद पार्थिव शरीर मेडिकल छात्रों की पढ़ाई के लिए एनाटामी विभाग को दान हुआ था। उनकी आंख से प्राप्त कार्निया दो लोगों की आंख में प्रत्यारोपित किया गया। नीलम गुप्ता ने नेत्रदान किया था। उनकी आंखों के कार्निया से दो लोगों को रोशनी मिली।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। नेत्रहीनों को ज्योति मिल जाए और वे देखने लगें तो उनके लिए इससे बड़ी खुशी शायद ही और कुछ होगी। ऐसे ही प्रयागराज के चार नेत्रहीनों के लिए सबसे बड़ी खुशी का दिन आया। मृत दो लोगों के पुण्य संकल्प की बदौलत उनकी आंख का कार्निया जरूरतमंदों के काम आया। दान देने वालों में शिक्षाविद रामाज्ञा राय और नीलम गुप्ता रहीं।
रामाज्ञा राय ने देहदान किया था : शहर के अल्लापुर निवासी शिक्षाविद रामाज्ञा राय की आंख से प्राप्त कार्निया भी दो लोगों की आंख में प्रत्यारोपित किया गया। उनकी 10 नवंबर को मृत्यु होने के बाद पार्थिव शरीर मेडिकल छात्रों की पढ़ाई के लिए एनाटामी विभाग को दान हुआ था। रामाज्ञा राय ने देहदान का संकल्प जीते जी लिया था। निधन के बाद परिवार के लोगों ने उनका शरीर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के एनाटामी विभाग को दान दिया था। उनकी आंख से कार्निया प्राप्त कर मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय के नेत्र बैंक में सुरक्षित रख दिया गया। शुक्रवार को दो जरूरतमंद नेत्रहीनों को बुलाकर वैज्ञानिक परीक्षण के बाद उनकी आंख में प्रत्यारोपित किया गया।
नीलम गुप्ता ने नेत्रदान का संकल्प लिया था : शहर के एलआइसी कालोनी टैगाेर टाउन के शांति निकेतन अपार्टमेंट निवासी 45 वर्षीय नीलम गुप्ता की मृत्यु 10 नवंबर को हो गई थी। उन्हाेंने जीते जी अपने नेत्रदान का संकल्प लिया था। उनकी मृत्यु के बाद स्वजन ने मनोहरदास नेत्र चिकित्सालय के नेत्र बैंक को सूचित किया। निदेशक डा. एसपी सिंह के निर्देश पर डाक्टरों की टीम मौके पर भेजी गई। नीलम के नेत्र से कार्निया प्राप्त किया। शुक्रवार को दो जरूरतमंदों को बुलाकर उनकी आंख में प्रत्यारोपित किया गया।
मनोहरदास नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डा. एसपी सिंह ने क्या कहा : मनोहरदास नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डा. एसपी सिंह ने बताया कि चारों लोगों की आंख से अब दिखने लगा है। एक दिन में चार लोगों की आंखों में रोशनी देने के लिए आपरेशन काफी समय बाद किया गया है।