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कोरोना महामारी के भय से मुंबई जाने वाले यात्रियों की संख्या में कमी, महाराष्ट्र में बढ़ते संक्रमण से घबराए लोग

कोरोना वायरस के साल भर बाद दोबारा बढ़ते संक्रमण ने लोगों को चिंतित कर दिया है। जब लोगों को लग रहा था कि जल्द ही इस महामारी पर काबू पा लिया जाएगा तभी फिर से कई राज्यों में संक्रमण फैलने से नए एहतियाती कदम उठाने पड़ रहे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Fri, 19 Mar 2021 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 19 Mar 2021 07:00 AM (IST)
ब महाराष्ट्र और खासतौर से मुंबई जाने वाले यात्रियों की संख्या में खासी कमी आ गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के साल भर बाद दोबारा बढ़ते संक्रमण ने लोगों को चिंतित कर दिया है। जब लोगों को लग रहा था कि जल्द ही इस महामारी पर काबू पा लिया जाएगा तभी फिर से कई राज्यों में संक्रमण फैलने से नए एहतियाती कदम उठाने पड़ रहे हैं। ऐसे में अब महाराष्ट्र और खासतौर से मुंबई जाने वाले यात्रियों की संख्या में खासी कमी आ गई है। लोग टिकट कैंसिल भी करा रहे हैं यात्रा टाल दे रहे हैं। 

होली भी नजदीक होने से लोग टाल रहे हैं सफर

प्रयागराज के साथ ही प्रतापगढ़ के भी बड़ी संख्या में लोग रोजगार के सिलसिले में मुंबई व पुणे में रहते हैं। कोरोना महामारी काबू में आने पर बहुत से लोग गांव से मुंबई गए। हजारों लोग महा शिवरात्रि के मौके पर गांव वापस  आ गए थे। जब जाने का वक्त आया तो कोरोना संक्रमण फैलने की खबरें मिलने लगीं। खासतौर पर मुंबई में लगातार बढ़ते केस के चलते अब लोग वहां नहीं जा रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर हर दिन 10 से 12 यात्री अपने टिकट रद करा रहे हैं। वैसे यह सीजन होली का है, जिसमें लोग परदेस कम ही जाते हैं, लेकिन बातचीत में पता चलता है कि ज्यादातर लोगों को कोरोना की  वजह से मुंबई जाने में हिचकिचाहत हो रही है। उनको अब कोरोना रोक रहा है। गुरुवार को 17 लोगों ने टिकट रद कराए। वैसे अभी प्रतापगढ़ से मात्र उद्योग नगरी ही मुंबई के लिए मुख्य गाड़ी है। यह भी बहुत लेट चल रही है। सप्ताह में एक दिन छपरा एक्सप्रेस भी है, लेकिन उस पर भीड़ होने से लोग रिजर्वेशन नहीं कराते। मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक रणवी सिंह ने भी माना कि इन दिनों मुंबई जाने वालों की संख्या कम हो गई है। टिकट बुक कराने की बजाय लोग कैंसिल कराने लगे हैं। 

लग्जरी बसें बनीं विकल्प

जिले से मुंबई के लिए लग्जरी बस सेवा भी चल रही है। यह बसें निजी संचालकों की हैं। डबल डेकर भी हैं। इसमें एसी व नॉन एसी श्रेणी होती है। ट्रेन में भीड़ होने, टिकट न मिलने पर लोग इन बसों से भी यात्रा करते हैँ। इनका मुंबई का किराया एक व्यक्ति का 800 रुपये होता है। एसी में डेढ़ हजार लेते हैं। जिले में शुरू हुआ यह नया ट्रेंड कमाई का जरिया व सुविधा बनी है। 


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