Move to Jagran APP

डाकघरों में फाइव डे वर्किंग लागू करने की मांग, भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ ने महानिदेशक से की मुलाकात

यूपी के प्रांतीय सचिव ने बताया कि डाक विभाग के ऑपरेटिव डाकघरों में फाइव डे वर्किंग लागू करने को लेकर भी वार्ता हुई। इस मुद्दे पर सचिव ने एक मसौदा प्रस्तुत करने के लिए कहा जिसे मंत्रालय को और डीओपीटी को भेजा जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 23 Jun 2021 01:39 PM (IST)
Hero Image
भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ ने पोस्‍ट आफिसों में भी सप्‍ताह में पांच दिन वर्किंग की मांग की है।
प्रयागराज, जेएनएन। भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ डाकघरों मेंं सप्‍ताह में पांच दिन कार्य की मांग उठाई है। इस संबंध में महासंघ का प्रतिनिधिमंडल सेक्रेटरी पोस्ट विनीत कुमार पांडेय एवं महानिदेशक डाक आलोक शर्मा से नई दिल्ली में मिला। इसमें कर्मचारियों को हो रही समस्याओं को लेकर वार्ता हुई।

वार्ता में उत्‍तर प्रदेश से प्रांतीय उप सचिव हुए शामिल

इस वार्ता में उत्‍तर प्रदेश से विक्रम सिंह शामिल हुए। विक्रम सिंह प्रांतीय उप सचिव उत्तर प्रदेश परिमंडल हैं। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की समस्याओं में डाक कर्मचारियों को एमएसीपी मिलने में आ रही समस्याओं के मुद्दे को लेकर बात हुई। उन्‍होंने बताया कि समस्‍याओं के तत्‍काल समाधान का आश्‍वासन डाक सचिव ने दिया।

फाइव डे वर्किंग लागू करने को मसौदा मंत्रालय को भेजेंगे : विक्रम सिंह

यूपी के प्रांतीय सचिव ने बताया कि डाक विभाग के ऑपरेटिव डाकघरों में फाइव डे वर्किंग लागू करने को लेकर भी वार्ता हुई। इस मुद्दे पर सचिव ने एक मसौदा प्रस्तुत करने के लिए कहा, जिसे मंत्रालय को और डीओपीटी को भेजा जाएगा। उन्‍हाेंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने सरकार द्वारा रोके गए डीए को तत्काल जारी करने को लेकर भी वार्ता की, जिसे जुलाई से लागू होने का आश्वासन दिया गया। बैठक में भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ के सेक्रेटरी जनरल संतोष सिंह, अनंत पॉल, विकास तिवारी, त्रिलोकी टंडन, केके शर्मा, सोनू कौशिक आदि रहे।

अन्‍य मसले पर भी की गई वार्ता

विक्रम सिंह ने बताया कि इसके अलावा सभी एचएसजी पोस्टों को तत्काल भरने की वार्ता हुई। इसके लिए उपयुक्त उम्मीदवार नहीं होने पर एक बार सर्विस छूट देकर तत्काल पदों को जल्द भरने का आश्वासन सचिव ने दिया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।