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Durga Idol Immersion: भक्तों ने मां दुर्गा को दी अश्रुपूरित विदाई, निकली दुर्गा प्रतिमाओं की विसर्जन शोभायात्रा

Durga Idol Immersion दुर्गा पूजा पंडालों में विसर्जन से पहले महिलाओं ने सिंदूर की रस्‍म अदा की। बंगाली व पूजन आयोजन करने वाली दूसरी महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित करके उनसे अपने सुहाग की रक्षा करने की कामना की। इसके बाद दुर्गा प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा निकाली गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 15 Oct 2021 05:45 PM (IST)
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शारदीय नवरात्र में पूजा पंडालों में स्‍थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का आज विसर्जन किया जा रहा है। पूजा पंडालाें में स्‍थापित मां दुर्गा का भक्‍तों ने सुबह पूजन और अर्चन किया। इसके बाद अश्रुपूरित नेत्रों ने विसर्जन शोभायात्रा निकाली। विभिन्‍न मार्गों से होते हुए निर्धारित स्‍थलों पर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों की प्रतिमाओं को प्रवाहित किया गया। आज से पूजा पंडाल सूने हो गए हैं। इसकी टीस भी भक्‍तों में नजर आई।

मां दुर्गा को रिझाने में जुटे भक्‍त

त्याग, समर्पण व साधना की प्रतीक शारदीय नवरात्र बीतने के बाद दशमी तिथि पर भक्त मां दुर्गा को रिझाने में लगे हैं। नौ दिनों तक मइया की स्तुति करने वाले लोगों ने भूलचूक की माफी मांगकर व्रत का विधिवत पारन किया। पूजन में चढ़ाई गयी सामग्रियों को गंगा व यमुना के पवित्र जल में विसर्जित किया। इसके बाद घर आकर अन्न ग्रहण किया। वहीं, दुर्गा पूजा पंडालों में माँ को मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजन हुआ। मां को पुष्पांजलि अर्पित करके पूजन हुआ। उन्हें चिवड़ा, दही व चीनी का प्रसाद अर्पित किया गया।

महिलाओं का निभाई सिंदूर रस्‍म

दुर्गा पूजा पंडालों में विसर्जन से पहले महिलाओं ने सिंदूर की रस्‍म अदा की। बंगाली व पूजन आयोजन करने वाली दूसरी महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित करके उनसे अपने सुहाग की रक्षा करने की कामना की। मान्यता है कि सिंदूर अर्पित करने वाली महिलाओं से मां प्रसन्न हो जाती हैं। इससे उन्हें अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही कारण है कि माँ की मूर्ति विसर्जन से पहले महिलाएं उन्हें सिंदूर अर्पित करती हैं। इस अवसर पर महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर ढाकी वादन के बीच नृत्य किया। इसके बाद विसर्जन यात्रा निकली। अंदावा तालाब में मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा है।

लग रहे मां के जयकारे, बज रहे ढोल-तासे

फाफामऊ में विराजमान देवी प्रतिमाओं का विसर्जन श्रद्धा व उत्साह के साथ शुक्रवार सुबह से किया जा रहा है। विसर्जन शोभायात्रा में भक्तों का सैलाब उमड़ा। भक्तों ने अश्रुपूरित नम आंखों के साथ मां दुर्गा को विदाई दी। मूर्ति विसर्जन का का सिलसिला सुबह से शुरू हुआ तो अनवरत जारी रहा। फाफामऊ के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी बैंड बाजों की धुन पर नाचते गाते भक्त मां अंबे की प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए ले जाया गया। ट्रक, ट्रैक्टर, ट्राली में रखकर माता की प्रतिमाओं को लेकर फाफामऊ के बेला कछार में बनाए गए तालाब पर भक्त पहुंच रहे थे। देवी मां के जुलूस में जयकारों के साथ साथ जमकर अबीर गुलाल उड़ाए गए। ढोल-तासे और बैंड बाजों की धुन पर पुरुष महिलाएं और बच्चे जमकर थिरके।

मूर्ति विसर्जन के दौरान व्‍यवस्‍था चुस्‍त-दुरुस्‍त

मूर्ति विसर्जन के लिए प्रशासन ने अंदावा में इंतजाम किया है। डीएम संजय कुमार खत्री और एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने तालाब का निरीक्षण गुरुवार को किया था। तालाब के आसपास सफाई करवा दी गई है। वहां पर प्रकाश का भी इंतजाम है। विसर्जन के दौरान कोई अनहोनी न हो, इसलिए वहां पर पुलिस बल भी तैनात है। साथ ही जल पुलिस प्रभारी कड़े दीन यादव के नेतृत्व में जल पुलिस की भी एक टीम वहां मौजूद है। स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम मौजूद है। 

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