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वाह साहब ! कोरोना की बंदी में भूल गए यातायात नियम, रेड लाइट जंप कर रहे और कर रहे ट्रिपलिंग

बहुत ऐसे लोग हैं जो दो दिन से यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। रेड लाइट को लगातार जंप कर रहे हैं। दोपहिया पर तीन सवारी पर आवागमन कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि डेढ़ माह में ये यातायात नियमों को भूल बैठे हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Updated: Thu, 03 Jun 2021 03:03 PM (IST)
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बहुत ऐसे लोग हैं जो यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। रेड लाइट को लगातार जंप कर रहे हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना कर्फ्यू में ढील दी गई तो यातायात पुलिस ने भी ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए करीब डेढ़ माह बाद मंगलवार से रेड लाइट सिग्नल शुरू कर दिया है। लेकिन बहुत ऐसे लोग हैं जो दो दिन से यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। रेड लाइट को लगातार जंप कर रहे हैं। दोपहिया पर तीन सवारी पर आवागमन कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि डेढ़ माह में ये यातायात नियमों को भूल बैठे हैं।

19 अप्रैल से बंद किया गया था रेड सिग्नल

कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर अप्रैल माह में कोरोना कफ् र्यू लगा दिया गया था। आॅक्सीजन और एंबुलेंस के वाहन जाम में न फंसे, इसके मद्​देनजर 19 अप्रैल से रेड सिग्नल बंद कर दिया गया था। यह भी कहा गया था कि रेड सिग्नल की वजह से लोगों की भीड़ एकत्र हो जाती है, जिस कारण संक्रमण बढ़ने का खतरा है। रेड लाइट सिग्नल की जगह यलो लाइट (देखिए और जाइए) की व्यवस्था बनाई गई थी।

अस्पताल जाने वाले मार्गों पर बरती जा रही विशेष चौकसी

स्वरूपरानी नेहरू, बेली, रेलवे का केंद्रीय चिकित्सालय समेत अन्य कोविड अस्पतालों की तरफ जाने वाले मार्गों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इन मार्गों पर पड़ने वाले रेड लाइट सिग्नल के पास यातायात पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है, ताकि एंबुलेंस और ऑक्सीजन के वाहन जाम में न फंस सकें। तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि रेड सिग्नल पर कोई भी चालक वाहनों को आड़ा-तिरछा न खड़ा कर पाए।

नियम तोड़ने वालों का हो रहा ई-चालन : हरेंद्र सिंह

यातायात निरीक्षक प्रथम हरेंद्र सिंह यादव का कहना है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह से रेड लाइट सिग्नल बंद किए गए थे। लेकिन अब संक्रमण के केस बेहद कम होने से इसे पुन: चालू किया गया है। जो लोग यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उनका ई-चालान काटा जा रहा है। उनके मोबाइल पर इसका मैसेज भी भेजा जा रहा है।

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