प्रयागराज में पति-पत्नी तथा दो बच्चों का कत्ल, फाफामऊ इंस्पेक्टर सस्पेंड, 11 नामजद
मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव में एक परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मारे गए लोगों में पति-पत्नी उनकी पुत्री और एक पुत्र है। घटना के पीछे गांव के ही कुछ लोगों से पुरानी रंजिश बनाई जाती है। इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया
By Ankur TripathiEdited By: Updated: Thu, 25 Nov 2021 05:32 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। शहर से सटे फाफामऊ थाना क्षेत्र के मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव में एक परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मारे गए लोगों में पति-पत्नी, उनकी पुत्री और एक पुत्र है। घटना के पीछे गांव के ही कुछ लोगों से रंजिश बनाई जाती है। मौके पर खोजी कुत्ता भी लाया गया है। पुलिस से नाराज लोगों ने शव उठाने से रोक दिया है। उनका कहना है कि पहले कातिलों को पकड़ा जाए। इस घटना में दो बार मुकदमे के बाद भी कार्रवाई में उदासीनता पर फाफामऊ इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। आइजी और एसएसपी ने बताया कि दोषियों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों को समझाने मनाने पर आखिरकार करीब डेढ़ बजे शवों को उठाकर ले जाने दिया गया। पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। राजफाश के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। साथ ही क्राइम ब्रांच और एसटीएफ को भी लगाया गया है।
गांव के दबंग परिवार ने कर रखा था परेशान
चार लोगों के कत्ल की खबर मिली तो पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मौके पर फोरेंसिंक टीम को भी बुलाकर छानबीन शुरू कर दी गई। घटनास्थल पर एसपी गंगापार के साथ एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और आइजी रेंज प्रयागराज राकेश सिंह भी पहुंचे और परिवार के लोगों से बात की। भाई कृष्ण चंद्र ने कहा कि गांव के दबंग ठाकुर परिवार ने जीना हराम कर रखा था। उस पर ही शक है। दो मुकदमा लिखाया गया था इन दबंगों के खिलाफ लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। आइजी ने इस लापरवाही में इंस्पेक्टर रामकेवल पटेल को निलंबित करने का आदेश दिया। तब भी गुस्साए लोगों ने शव उठाने से पुलिस को रोका। दोपहर तक पुलिस शवों को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेज सकी। बहुत समझाने पर लोग शांत हुए तो करीब डेढ़ बजे पुलिस ने शवों को सीलकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस का कहना है कि मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव निवासी फूलचंद (50) मजदूरी करता था। बुधवार रात वह घर में पत्नी मीनू देवी (45), 17 साल की बेटी सपना 17 और 10 साल के बेटे शिव के साथ सो रहा था। देर रात घर में घुसे हमलावरों ने चारों पर कुल्हाड़ी जैसे धारदार हथियार से सिर पर हमला किया। सुबह कत्ल की जानकारी पड़ोसियों को मिली तो भीड़ लगी और फिर पुलिस वहां पहुंची। पति-पत्नी और दोनों बच्चे चारपाई पर सोए थे। उनके रक्तरंजित शव बिस्तर पर ही मिले। पुलिस ने रंजिश रखने वाले पक्ष के कई लोगों को पकड़ा है।
पुलिस को गांव वालों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा है। पुलिस आसपास के लोगों से बात कर रही है कि क्या रात में किसी ने कोई आवाज सुनी या कुछ भनक लगी। उल्लेखनीय है कि सोरांव और फाफामऊ इलाके में पिछले बरसों में कई सामूहिक कत्ल हो चुके हैं। सोरांव के युसूफपुर में परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या की वारदात का पिछले दिनों पुलिस ने एक गिरोह को गिरफ्तार कर खुलासा किया था। मगर उस गिरोह के पकड़े जाने के चंद दिनों के भीतर इस वारदात ने पुलिस को भी सन्न कर दिया। अभी पुलिस का कहना है कि गांव की रंजिश के पहलू पर छानबीन की जा रही है। परिवार के लोगों से भी ऐसे संकेत मिले हैं कि पुरानी रंजिश की वजह से यह कत्ल किया गया हो सकता है। तहरीर शाम को मिली तो पुलिस एफआइआर लिख रही है।
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