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Ganga-Yamuna का जलस्‍तर फिर बढ़ रहा, प्रयागराज में पौने 4 सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही गंगा

सिंचाई बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक शुक्रवार सुबह आठ बजे तक फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80.49 छतनाग में 79.58 मीटर और नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 80.14 मीटर था। 24 घंटे में पौने चार सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा बढ़ रही हैं।

By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaUpdated: Fri, 14 Oct 2022 01:43 PM (IST)
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प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने से दोनों नदियों के किनारे के इलाकों के लोग परेशान हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। उत्‍तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही लगातार वर्षा का असर प्रयागराज को भी प्रभावित कर रहा है। यहां भी गंगा-यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। एक ओर प्रदेश के 17 जिलों के करीब 944 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और लगभग पौने नौ लाख लोगों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ रहा है। उसी क्रम में प्रयागराज में भी स्थिति अब थोड़ा सा विपरीत होती दिख रही है। वैसे यहां बाढ़ आकर लौट चुकी है। गंभीर खतरा टल चुका है लेकिन, हर बार अक्टूबर में जलस्तर अपने सामान्य स्थिति पर पहुंच जाता था। हालांकि इस बार जलस्तर के लगातार घटने-बढ़ने का क्रम जारी है।

नदियों का जलस्तर बढ़ा रहा चिंता : प्रयागराज में गंगा नदी के जलस्तर ने गुरुवार की शाम से रफ्तार पकड़ी है। तीन दिन पहले हरिद्वार, नरोरा और कानपुर बांधों से छोड़ा गया 3.50 लाख क्यूसेक पानी अब यहां पहुंचने लगा है। इसका असर गंगा के फाफामऊ घाट पर दिखने लगा है। यहां प्रति घंटा पौने चार सेंटी मीटर की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है। यमुना के जलस्तर में भी थोड़ी तेजी आई है। नदियों का जलस्तर बढऩे से तटीय क्षेत्रों में खतरा मंडराने लगा है।

हरिद्वार, नरौरा व कानपुर बांधों से छोड़ा गया पानी : इस बार गंगा-यमुना का जलस्तर अक्टूबर में आसामन्य ढंग से बढ़ रहा है। इसकी वजह लगातार यूपी के अलग अलग हिस्से में वर्षा व पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही वर्षा है। अधिक वर्षा होने से हरिद्वार, नरौरा के साथ ही कानपुर बांधों से पानी छोडऩे का सिलसिला भी जारी है। तीन दिन पहले हरिद्वार से 1 लाख 423 क्यूसेक, नरोरा बांध से 2.30 लाख 807 क्यूसेक और कानपुर बांध से 15 हजार 651 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया था।

आज प्रयागराज में कितना है गंगा-यमुना जलस्‍तर : सिंचाई बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक शुक्रवार सुबह आठ बजे तक फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80.49, छतनाग में 79.58 मीटर और नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 80.14 मीटर दर्ज किया गया था। एक दिन पहले के आंकड़े पर नजर डाले तो 24 घंटे में पौने चार सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा बढ़ रही हैं। फाफामऊ में बीते 24 घंटे में 89 सेमी पानी बढ़ गया है। छतनाग में 42 सेमी जलस्तर में वृद्धि हुई है। जबकि यमुना के जलस्तर में छह सेमी की वृद्धि हुई है। इससे तटीय इलाके में रहने वाले लोगों में चिंता है कि कहीं जल स्तर फिर से उनके घरों तक न पहुंच जाए।

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