Prayagraj News: छात्रों के लिए खुशखबरी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में होगी Artificial Intelligence की पढ़ाई
Prayagraj News इलाहाबाद में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने एक ऐसे कोर्स की शुरूआत की है जिसको इस्तेमाल आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा किया जाएगा। हम बात कर रहे हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की। अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई होगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है से लेकर इसके उपयोग सभी चीजों के बारे में छात्रों को शिक्षा दी जाएगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कुछ पाठ्यक्रमों को दूसरे चरण में शुरू करने का निर्णय लिया है। उसमें बीए बीएससी-एमए एमएससी योग एंड मेडिटेशन, बीटेक एमटेक इन कंप्यूटर साइंस विद मेजर इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बी-डिजाइन एंड एम-डिजाइन इन फैशन एंड टेक्नोलॉजी शामिल हैं। इन पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकास नहीं होने के कारण इसे अगले वर्ष के लिए टाला गया है।
वहीं बीए-बीएससी के पाठ्यक्रमों में छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण अभी इनमें नई शिक्षा नीति को प्रभावी नहीं किया गया है, हालांकि नई शिक्षा नीति आधारित पाठ्यक्रम बनाया जा चुका है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि इवि ने नौ वैकल्पिक विषयों को तैयार किया है। व्यक्तित्व विकास के दृष्टिगत संगीत में तबला, सितार और गायन, खेल में बास्केटबॉल, टेनिस, हॉकी और क्रिकेट, एनसीसी नौसेना व सेना, संविधान के तत्व, मानसिक स्वास्थ्य, वित्तीय बाजार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अन्वेषण, फिल्म एवं थिएटर तथा चिकित्सीय पोषण एवं योग को शामिल किया गया है।
पढ़ाई जाएगी फ्रेंच, रशियन और जर्मन
कुलपति ने बताया कि पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में भाषाओं की पढ़ाई होगी। भाषा प्रयोगशाला में उच्चारण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यूरोपीय भाषाओं में फ्रेंच, रशियन और जर्मन तथा भारतीय भाषाओं में संस्कृत, अंग्रेजी और उर्दू को पढ़ाया जाएगा। इसमें 40 सीटें हैं। तीनों यूरोपियन भाषाओं के लिए तीन शिक्षकों की नियुक्ति भी हो चुकी है। निर्णय छात्रों के व्यक्तित्व विकास को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
छात्र पाठ्यक्रम की अवधि में चार वैकल्पिक विषयों का भी चयन कर सकेंगे। इसके लिए उनको तीन-तीन क्रेडिट मिलेंगे। यूरोपियन और भारतीय भाषाओं की पढ़ाई भी इन पाठ्यक्रमों के छात्र अपनी पांच वर्ष की अवधि में कर सकेंगे। एक वर्ष में दो बार छह-छह महीने के लिए भाषा का चयन कर इसकी पढ़ाई कराई जाएगी।
एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान पर जल्द खेलेंगे खिलाड़ी
इवि में तैयार एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान पर जल्द ही खिलाड़ी खेलेंगे। कुलपति ने इस मैदान के जल्द ही उद्घाटन की बात कही है। इसके लिए नियम बनाने के लिए कोर कमेटी का पहले ही गठन किया जा चुका है। यह कमेटी इवि में स्थापित सुविधाओं के प्रयोग के लिए नियम बनाएंगी। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि इन सुविधाओं के इस्तेमाल के लिए बाहरी लोगों से किराया भी लिया जाएगा। इन पैसो से नई सुविधाओं का रखरखाव किया जाएगा।