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IIIT Allahabad: 30 सेकंड में सतह और त्वचा से वायरस का काम तमाम करेगी डिवाइस

ट्रिपलआइटी प्रयागराज के अप्लाइड साइंस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अमित प्रभाकर ने बताया कि यह डिवाइस सतह और त्वचा दोनों के लिए कारगर है। डिवाइस का परीक्षण पूरा कर लिया गया है। यह बिना किसी नुकसान से वायरस-बैक्टीरिया मारने में सक्षम है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Mon, 25 Jul 2022 06:15 PM (IST)
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डिवाइस बिक्री के लिए भी तैयार है।
मृत्युंजय मिश्र, प्रयागराज: कोरोना महामारी ने वायरस को लेकर लोगों को अतिरिक्त सतर्क कर दिया है। अब भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआइटी) प्रयागराज के अप्लाइड साइंस विभाग में लंबे शोध के बाद एक ऐसी डिवाइस बनाई गई है जो बिना केमिकल के प्रयोग के सतह और त्वचा को वायरस मुक्त करेगी। दावा है कि इलेक्ट्रिक हेयर ट्रिमर जैसी दिखने वाली यह डिवाइस मात्र 30 सेकंड में आपके शरीर और आसपास फैले वायरस खत्म कर देगा। इस डिवाइस के पेटेंट का आवेदन किया जा चुका है।

ट्रिपलआइटी के अप्लाइड साइंस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अमित प्रभाकर के निर्देशन में शोध छात्र अमरध्वज ने अपने स्टार्टअप प्रोजेक्ट पर काम करते हुए यह कोरोना सर्फेस ट्रीटमेंट डिवाइस बनाई है। यह दो तकनीकों पर आधारित है। पहला कोरोना डिस्चार्ज (उच्च तापमान से निकलने वाली चमक) और दूसरा प्लाज्मा जेट। कोरोना डिस्चार्ज से किसी भी सतह को हर तरह के वायरस और बैक्टीरिया से मुक्त किया जा सकता है, वहीं इसी डिवाइस में प्लाज्मा जेट लगाकर शरीर को वायरस-बैक्टीरिया मुक्त कर सकते हैं।

अमरध्वज की तस्वीर।

डा. अमित प्रभाकर और अमरध्वज ने बताया कि डिवाइस हेयर ट्रिमर जितनी छोटी है। इसमें इलेक्ट्रोड से हाई वोल्टेज पैदा किया जाता है। 12 वोल्ट की बैटरी और ट्रांसफार्मर के माध्यम से करंट 10 किलोवोल्ट तक बढ़ाते हैं। जिस सतह को वायरस मुक्त करना है, उसपर डिवाइस चलाई जाती है, इससे होने वाले कोरोना डिस्चार्ज से आसपास की हवा आयोनाइज हो जाती है और संपर्क में आने वाले वायरस राइबो न्यूक्लिएक एसिड (आरएनए) नष्ट होने से निष्क्रिय हो जाते हैं। आरएनए डीएनए की जींस की तेजी से नकल करता है यानी वायरस फैलने में सहायक होता है।

त्वचा के लिए बनाया प्लाज्मा जेट: अमरध्वज ने बताया कि किसी सतह पर तो कोरोना डिस्चार्ज सीधे कराया जा सकता है, लेकिन त्वचा के लिए यह हानिकारक हो सकता है। इसके लिए डिवाइस में प्लाज्मा जेट लगाया गया है। यह त्वचा पर मौजूद वायरस व बैक्टीरिया को खत्म कर देता है। प्लाज्मा जेट से निकलने वाली नीले रंग की आयोनाइज्ड हवा बिना किसी नुकसान के त्वचा को भी संक्रमण मुक्त और सेनेटाइज कर देती है।

बिट्स पिलानी ने मंगाई डिवाइस: डा. अमित प्रभाकर ने बताया ऐसी विदेशी डिवाइस बाजार में हैं पर वह आकार में बड़े होने के साथ ही काफी महंगी हैैं। इनकी कीमत दो लाख रुपये तक है। ट्रिपलआइटी में सतह के लिए कोरोना डिस्चार्ज डिवाइस बनाने में 40 हजार रुपये का खर्च आया है जबकि त्वचा के लिए प्लाज्मा जेट 20 हजार रुपये में बनकर तैयार हुआ है। इस डिवाइस से सतह को कीटाणुमुक्त करने के साथ ही अलावा जल विरोधी सतह को जलवत बनाया जा सकेगा। यह डिवाइस आटोमोबाइल और हेल्थकेयर के क्षेत्रों में उपयोगी साबित होगी। डा. अमित ने बताया कि उपयोगिता और कम कीमत देखते हुए बिट्स पिलानी ने ट्रिपलआइटी से डिवाइस मंगाई है। इसका प्रोटोटाइप संस्थान के पास सुरक्षित है।

ट्रिपलआइटी के निदेशक प्रो. आरएस वर्मा ने बताया कि ट्रिपलआइटी का इनोवेशन सेंटर स्टार्टअप को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह डिवाइस इसी की एक कड़ी है। संस्थान के शोध छात्र नए अनुसंधानों पर लगातार काम कर रहे हैं और परिणाम दे रहे हैं, यह सुखद है।

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