Indira Marathon: 37वीं इंदिरा मैराथन में सुबह धुरंधर धावक परखेंगे अपनी ताकत, रात भर चली तैयारी
37 वीं अखिल भारतीय प्राइमजनी इंदिरा मैराथन में शनिवार सुबह देश भर से आए धुरंधर धावक अपनी ताकत परख रहे हैं। मैराथन में 560 धावक हिस्सा ले रहे हैं। इसमें 480 पुरुष और 80 महिला धावकों ने शुक्रवार रात तक आठ बजे तक अपना पंजीकरण कराया था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। Indira Marathon News: 37 वीं अखिल भारतीय प्राइमजनी इंदिरा मैराथन में शनिवार को देश भर से आए धुरंधर धावक अपनी ताकत परखेंगे। मैराथन में 560 धावक हिस्सा लेंगे। इसमें 480 पुरुष और 80 महिला धावकों ने शुक्रवार रात आठ बजे तक अपना पंजीकरण कराया था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्म तिथि (19 नवंबर) पर खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव सुबह 6:30 बजे ऐतिहासिक आनंद भवन के सामने हरी झंडी दिखाकर मैराथन का शुभारंभ करेंगे। प्रथम मैराथन 1985 में हुई थी। तब प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी ने धावकों को पुरस्कार वितरित किया था। 2020 में कोरोना संक्रमण की वजह से एक वर्ष आयोजन स्थगित रहा था।
सबसे ज्यादा धावक इस बार भी सेना के
इस बार भी सर्वाधिक संख्या सेना के धावकों की है। देश के दक्षिणी हिस्से से सर्वाधिक एथलीटों का प्रयागराज में जमावड़ा हो चुका है। 42.195 किलोमीटर लंबी इस मैराथन जीतने वाले को दो लाख रुपये मिलेंगे। द्वितीय पुरस्कार विजेता को एक लाख और तृतीय स्थान पाने वाले को 75 हजार रुपये मिलेंगे। इसके अलावा चौथे स्थान से लेकर 14वें स्थान पर रहने वाले धावकों को 10-10 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार मिलेगा।
कुछ घंटे पहले रात तक होता रहा रजिस्ट्रेशन
रात आठ बजे तक पंजीकरण का क्रम जारी रहा। मैराथन में कुछ ऐसे भी धावक-धाविकाओं के नाम शामिल हैं, जो बीते संस्करण में अपनी धाक जमा चुके हैं। इस बार ओलंपियन सुधा सिंह, गोपी टी सबसे बड़ी चुनौती पेश करेंगे। इसके अलावा 36 वीं इंदिरा मैराथन के कांस्य पदक विजेता हेतराम, वाराणसी के राहुल पाल, आर्मी पुणे के राहुल, उपविजेता रह चुकी रंजना, दिव्यांका, सेना के विक्रम बागरिया, 2021 के उपविजेता अनिल कुमार सिंह, नीरज कुमार, नीता पटेल से सबसे अधिक उम्मीद होगी। सेना को इस सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट पुणे की ओर नौ धावक मैराथन में अपनी चुनौती पेश करेंगे। यहां के कोच केसी रामू ने दावा कि इस बार अर्जुन प्रधान, वेलिअप्पा और विक्रम के बीच कड़ा संघर्ष होगा और इनमें विजेता चुना जाना संभावित है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी विमला सिंह ने बताया कि तैयारियां पूरी हो गई हैं। धावक इलेक्ट्रानिक चिप के साथ दौड़ेगे। उससे सटीक टाइमिंग रिकार्ड होगी। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में समापन होगा।