करेली हत्याकांड: मां और बहन की हत्या में आरिफ को जेल, अब सता रहा फांसी का डर; इस वजह से की थी अपनों की हत्या
Kareli Murder Case उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीते बुधवार को हुए खौफनाक हत्याकांड याद कर हर कोई खौंफजदा हो जाता है। उस वक्त आरिफ के सिर पर जैसे खून सवार था। जब बोलता अल्लाह-हू-अकबर तब करता धारदार हथियार से हमला। बार-बार नारा लगाता और बेरहमी से वार करता था। इस हत्याकांड के मुख्य आरपित आरिफ को अब नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sat, 22 Jul 2023 07:41 AM (IST)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। करेली में घर के भीतर मां और बहन की हत्या करने के आरोपित आरिफ को पुलिस ने शुक्रवार दोपहर अदालत में पेश किया। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि जांच और पूछताछ में अभी तक आरिफ के दो अज्ञात सहयोगियों का पता नहीं चला है। अलबत्ता, उसकी पत्नी नौशीन की हत्याकांड में भूमिका की छानबीन हो रही है।
बारह मार्केट मुहल्ले में रहने वाले सेवानिवृत्त कानूनगो कादिर के दो बेटों में छोटे 30 वर्षीय आरिफ ने बुधवार दिन में अचानक उग्र होकर चाकू, चापड़, कुल्हाड़ी से खून-खराबा शुरू कर दिया था। उसने 65 वर्षीय मां अनीसा बेगम, तलाकशुदा बहन नाहिदा उर्फ निकहत तथा पिता 67 वर्षीय पिता कादिर पर घातक हमले किए। भाई आजम और भाभी को भी दौड़ाया, लेकिन वे बच गए।
पुलिसकर्मियों और पड़ोसियों पर एसिड भरी बोतलें फेंक कर उसने कोहराम मचा दिया था। पुलिस ने किसी तरह घर में घुसकर आरिफ को दबोचा तो पता चला कि उसने मां और बहन को मार डाला है। उसके घायल पिता कादिर को अस्पताल में भर्ती किया गया है। करेली पुलिस ने इलाज कराने के बाद गुरुवार शाम आरिफ की गिरफ्तारी कर ली थी। भाई आजम की ओर से उसके खिलाफ मां और बहन की हत्या तथा पिता के कत्ल की कोशिश का केस लिखा गया था।
14 दिन की न्यायिक हिरासत
थाना प्रभारी रामाश्रय यादव ने बताया कि आरिफ को शुक्रवार दोपहर जिला अदालत में पेश किया गया। उसकी तरफ से कोई वकील जमानत अर्जी देने के लिए नहीं प्रस्तुत हुआ। कोर्ट ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरिफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल करा दिया। अब यह जांच की जा रही है कि पत्नी नौशीन उर्फ सबा की क्या भूमिका रही है। हालांकि घटना वाले दिन वहां थी नहीं।
जघन्य हत्याकांड में आरिफ के दो अज्ञात मददगारों के बारे में एफआइआर में लिखाया गया है। कहा गया कि वे दोनों शुरूआती हमले के बाद भाग गए थे लेकिन परिवार के लोग उन्हें पहचानते नहीं हैं। उन दोनों की सीसीटीवी फुटेज से शिनाख्त का प्रयास किया गया लेकिन अभी कोई ऐसा दिखा नहीं। आरिफ ने भी कहा कि उसने अकेले ही यह कांड किया।
आरिफ को सता रहा फांसी की सजा का डर
जन्म देने वाली मां के साथ ही बहन को भी क्रूरता के साथ मार डालने के बाद अब आरिफ को डर सता रहा है कि उसे मौत की सजा हो जाएगी। वह करेली थाने में पुलिसवालों से पूछता रहा कि उसे फांसी की सजा तो नहीं हो जाएगी। मां-बहन की हत्या और पिता को गंभीर घायल करने के आरोपित सिरफिरे के चेहरे पर अपनी कारगुजारी का कोई अफसोस नहीं दिखा । बुधवार को बारह मार्केट मुहल्ले में घर के भीतर खून-खराबा करने वाले आरिफ को एसिड अटैक के बीच बेहद मुश्किल से घर में घुसकर पुलिस ने दबोचा था। पहले उसे एसआरएन अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया। फिर करेली थाने लाकर पूछताछ की गई।
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