Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Karva Chauth 2022: करवा चौथ पर 13 अक्टूबर को विशेष संयोग है, सिद्धि योग में पूजन से शुभ फल मिलेगा

Karva Chauth 2022 पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार करवा चौथ के दिन रोहिणी व कृतिका नक्षत्र के साथ सिद्धि योग बन रहा है। रोहिणी चंद्रमा का सबसे शुभ नक्षत्र है। इसमें व्रत रहकर पूजन करने से जीवन साथी की दीर्घायु व समृद्धि की प्राप्ति होगी।

By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaUpdated: Sun, 09 Oct 2022 04:18 PM (IST)
Hero Image
Karva Chauth 2022 करवा चौथ पर रोहिणी और कृतिका नक्षत्र के साथ सिद्धि योग है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। Karva Chauth 2022 त्याग, समर्पण का पर्व करवा चौथ करीब है। कार्तिक कृष्णपक्ष की चतुर्थी यानी 13 अक्टूबर गुरुवार को करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा। महिलाएं निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्रमा व पति का पूजन करने के बाद जल ग्रहण करेंगी। इस बार करवा चौथ पर विशेष संयोग संयोग बन रहा है। ऐसे में व्रती महिलाओं का पूजन शुभ फल देगा।

करवा चौथ पर रोहिाी व कृतिका नक्षत्र के साथ सिद्धि योग : पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार करवा चौथ के दिन रोहिणी व कृतिका नक्षत्र के साथ सिद्धि योग बन रहा है। रोहिणी चंद्रमा का सबसे शुभ नक्षत्र है। इसमें व्रत रहकर पूजन करने से जीवन साथी की दीर्घायु, स्वस्थ जीवन की कामना पूर्ण होने के साथ समृद्धि की प्राप्ति होगी।

ऐसे करें पूजन : करवा चौथ पर दिनभर निर्जला रहकर महिलाएं शाम को मेहंदी रचे हाथों में लाल चूड़ी, मांग में सिंदूर, लाल साड़ी, आभूषण सहित सोलह श्रृंगार करके मां गौरी, भगवान शंकर, गणेश व कार्तिकेय का पूजन करके चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति का चेहरा चलनी में देखने के बाद जल ग्रहण करती हैं। महिलाएं इस व्रत से अखंड सौभाग्य, पुत्र, पौत्र के साथ निश्चल लक्ष्मी (अधिक समय साथ रहने वाली) प्राप्ति की कामना करती हैं।

रात 7.58 बजे होगा चंद्रोदय : ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी के अनुसार चतुर्थी तिथि 12 अक्टूबर की रात 2.04 बजे लग जाएगी। 13 अक्टूबर की रात 2.58 बजे तक चतुर्थी तिथि रहेगी। चंद्रोदय 13 अक्टूबर की रात 7.58 बजे होगा। चंद्रोदय होने के बाद पूजन किया जाता है।

कुंवारी भी रख सकती हैं व्रत : करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की चिरायु के लिए रखती हैं। कुंवारी युवतियां इस व्रत को रखकर पूजा पाठ कर सकती हैं। गौरी, शंकर, गणेश व कार्तिकेय का पूजन करने से योग्य वर की प्राप्ति होती है।

पति से दूर होने पर भी रखें व्रत : कई ऐसी महिलाएं हैं, जिनके पति दूसरे शहर में हैं। इससे वह व्रत को लेकर पशोपेश में हैं, लेकिन पति से दूर रहने पर भी महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं। ऐसी महिलाएं चांद निकलने पर पति की तस्वीर चलनी में देखकर टीका लगाकर पूजन करके जल ग्रहण कर सकती हैं।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें