अंपायर की हत्या से सुर्खियों में था खान मुबारक, छोटा राजन के लिए मुंबई में दाउद के शूटरों को किया था ढेर
Khan Mubarak Death हरदोई की जेल में खान मुबारक की मौत के बाद प्रयागराज में चर्चा गर्म है। खान मुबारक व उसके भाई जफर सुपारी ने प्रयागराज में रहकर मुंबई समेत कई राज्यों में जाकर अपराध किए। उसने प्रयागराज में भी अंपायर की हत्या को अंजाम दिया था।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Tue, 13 Jun 2023 11:27 AM (IST)
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: (Khan Mubarak Death) हरदोई की जेल में खान मुबारक की मौत के बाद प्रयागराज में चर्चा गर्म है। खान मुबारक व उसके भाई जफर सुपारी ने प्रयागराज में रहकर मुंबई समेत कई राज्यों में जाकर अपराध किए।
काला घोड़ा शूटआउट कांड में खान मुबारक के साथ सुलेमसराय के तत्कालीन पार्षद निहाल कुमार उर्फ बच्चा पासी को मुंबई में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। एक समय ऐसा भी था जब इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य से एमए करने वाले खान मुबारक ने अपने भाई के साथ प्रयागराज व आसपास सुपारी लेकर कत्ल की वारदातों से सनसनी मचा दी थी।
अंपायर की हत्या से अपराध की दुनिया में किया था प्रवेश
मूल रूप से आंबेडकर नगर जिले का खान मुबारक 2002 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एमए में प्रवेश लिया था। क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर की हत्या के बाद उसकी राह बदल गई। जेल में उसका संपर्क छोटा राजन गिरोह के राजेश यादव जैसे अपराधियों से हुआ।खान मुबारक और उसका भाई जफर भाड़े पर हत्या करने लगे। छोटे भाई का नाम ही जफर सुपारी हो गया था। उसी दौरान बच्चा पासी के एक दुश्मन की घूरपुर में हत्या में भी मुबारक का नाम आया था।
2006 में काला घोड़ा शूटआउट को दिया था अंजाम
16 अक्टूबर 2006 को मुंबई का काला घोड़ा शूटआउट सुर्खियों में रहा। माफिया डान दाऊद इब्राहिम के लिए काम करने वाले अमजद खान और हिमांशु चौधरी को मुंबई पुलिस जेल से कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी, तभी काला घोड़ा इलाके में शूटरों ने प्रिजन वैन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी।पुलिस जांच में पता चला कि यह शूटआउट छोटा राजन गैंग ने किया। इसे अंजाम देने वाले शूटर प्रयागराज से गए थे। मुंबई पुलिस की स्पेशल टीम ने मुठभेड़ में खान मुबारक और प्रयागराज में वार्ड नंबर एक सुलेमसराय के तत्कालीन पार्षद बच्चा पासी समेत अपराधियों को गिरफ्तार किया था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।