भारत सेवाश्रम संघ प्रयागराज शाखा के अध्यक्ष स्वामी विश्वमित्रानंद पंचतत्व में विलीन, अंतिम यात्रा में भीड़
भारत सेवाश्रम संघ के आश्रम से भारत सेवाश्रम संघ प्रयागराज शाखा के अध्यक्ष स्वामी विश्वमित्रानंद की अंतिम यात्रा शुरू हुई। दारागंज श्मशान घाट पहुंचने पर संघ के संन्यासियों ने पार्थिव शरीर का सामूहिक गंगा-जल स्नान नारिकेल स्नान करने के बाद चिताग्नि दी।
By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaUpdated: Tue, 22 Nov 2022 06:36 PM (IST)
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भारत सेवाश्रम संघ प्रयागराज शाखा के अध्यक्ष स्वामी विश्वमित्रानंद का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। संगम नगरी के दारागंज श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। स्वामी विश्वमित्रानंद दिल्ली स्थित एम्स में सोमवार की सुबह ब्रह्मलीन (निधन) हो गए थे। वहां से पार्थिव शरीर यहां लाया गया। उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
भारत सेवाश्रम संघ आश्रम से निकली अंतिम यात्रा : मंगलवार की सुबह शहर में तुलारामबाग स्थित भारत सेवाश्रम संघ के आश्रम से भारत सेवाश्रम संघ प्रयागराज शाखा के अध्यक्ष स्वामी विश्वमित्रानंद की अंतिम यात्रा शुरू हुई। इससे पहले गुरुदेव युगाचार्य स्वामी प्रणवानंद महाराज की प्रतिमा के समक्ष विशेष पूजा आरती हुई। इसके बाद संघ द्वारा जनहितार्थ संचालित मुक्तिरथ (शव-वाहन) पर पार्थिव शरीर रखकर अंतिम यात्रा निकाली गई।
दारागंज श्वशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार : दारागंज श्मशान घाट पहुंचने पर संघ के संन्यासियों ने पार्थिव शरीर का सामूहिक गंगा-जल स्नान, नारिकेल स्नान करने के बाद चिताग्नि दी। संघ के कोलकाता मुख्यालय से आए जनरल सेक्रेटरी स्वामी विश्वात्मानंद के नेतृत्व में दिल्ली शाखा के स्वामी आत्मज्ञानानंद, जम्मू शाखा के स्वामी सत्यमित्रानंद, भोपाल शाखा के स्वामी अर्पितानंद, वाराणसी शाखा के स्वामी कृष्णानंद, वृंदावन शाखा के स्वामी जगन्नाथानंद, गोरखपुर शाखा के स्वामी निश्प्रियानंद, अयोध्या शाखा के स्वामी श्रीनाथानंद आदि ने समस्त प्रक्रिया पूर्ण कराई।
दी गई श्रद्धांजलि : इस दौरान महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के महंत कुलशेखरानंद, पूर्व मंडलायुक्त बादल चटर्जी, डा. एससी वसु, भाजपा काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष अवधेशचंद्र गुप्त, ब्रह्मशंकर द्विवेदी, बजरंगबली गिरि, नंदन सरकार, व्रतशील शर्मा आदि ने श्रद्धांजलि दी।
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