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Magh Mela 2023: संगम में श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की अद्भुत तस्वीरें, एक करोड़ ने लगाई डुबकी

Magh Mela 2023 मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में संगम सहित विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं ने पुण्य की डूबकी लगाकर दीपदान किया। इस दौरान हेलीकॉप्टर से स्नानार्थियों पर पुष्प वर्षा की गई। यहां देखिए स्नान घाटों की अद्भुत तस्वीरें...

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 21 Jan 2023 12:06 PM (IST)
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Magh Mela 2023: संगम नगरी में उमड़ा आस्था का जनसैलाब। -जागरण
प्रयागराज, जेएनएन। Magh Mela 2023: माघ मेला के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए संगम में भोर से ही जनसमुद्र उमड़ पड़ा। स्नान के दौरान संगम समेत गंगा के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इस दौरान सुबह 12:00 बजे तक 1 करोड़ 10 लाख स्नानार्थियों ने पुण्य की डुबकी लगाने के बाद विधि- विधान से मां गंगा का पूजन- अर्चन कर दीपदान किया। ठंड में श्रद्धालुओं की आस्था भारी दिखी। स्नानार्थियों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी। वहीं, स्नान घाटों के अलावा पूरे मेला परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। आसमान से लेकर जमीन तक निगरानी का बंदोबस्त किया गया है।

हवाई सर्विलांस और 500 से ज्यादा सीसी कैमरों से हर तरफ नजर

मौनी अमावस्या पर माघ मेले में जबरदस्त सुरक्षा घेरा कसा गया है। ऐसी भीड़ में तलाशी लेना तो संभव है नहीं इसलिए निगरानी पर जोर दिया जा रहा है। मेले में 500 सौ से ज्यादा कैमरों का जाल बिछा है जिनके जरिये आइट्रिपलसी कंट्रोल रूम से कोने-कोने पर नजर रखी जा रही है। चार ड्रोन कैमरा से हवाई सर्विलांस हो रहा है तो गंगा-यमुना में 50 से ज्यादा बोट पर भी पुलिसकर्मियों को मुस्तैद किया गया है जो दूर-दूर तक नजर रख रहे हैं। वे जल पुलिस के साथ स्नानार्थियों की सुरक्षा में भी मुस्तैद हैं। इनके साथ ही 72 सिपाही और सब इंस्पेक्टर की 36 टीम को वर्दी पर लगे बाडी वार्न कैमरों के साथ मेला, जंक्शन और बस अड्डों पर लगाया गया है।

सुरक्षा में लगीं ये टीमें

सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए पांच हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इसमें पुलिस के साथ ही पैरा मिलेट्री फोर्स, पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड शामिल हैं। इसके अलावा सिविल डिफेंस और अपराध निरोधक कमेटी के भी स्वयंसेवक श्रद्धालुओं की सहायता में जगह-जगह सक्रिय हैं। सुरक्षा के लिए एंटी टेररिस्ट स्कवायड और स्पेशल टास्क फोर्स के कमांडो मेले में लगातार गश्त पर रहते हैं। खासतौर पर संगम नोज के पास उन्हें अलर्ट पर रखा गया है।

स्नान के बाद घाटों पर रुकने नहीं पाए श्रद्धालु

भीड़ के मद्देनजर स्नान के बाद फौरन श्रद्धालुओं को घाट छोड़ने के लिए कहा गया। श्रद्धालुओं ने भी नियमों का बखूबी पालन किया और स्नान ध्यान के बाद घाटों को छोड़ दिया। इससे आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बारी-बारी अवसर मिलता रहा। इसके लिए मेला के प्रमुख मार्गों को वनवे कर दिया गया।

ढाई करोड़ स्नानार्थियों के डुबकी लगाने का अनुमान

स्नान पर्व मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर ही श्रद्धालुओं का रेला संगम की रेती पर पहुंच गया। टेंट-पंडाल फुल हो चुके थे। पार्किंग स्थल भी पैक हो गए। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने दावा किया कि शुक्रवार रात तक लगभग एक करोड़ श्रद्धालु पहुंच चुके थे। प्राधिकरण का अनुमान है कि आज सवा दो करोड़ से ढाई करोड़ तक स्नानार्थी पुण्य की डुबकी लगाएंगे।

ताकि ज्यादा न चलना पड़े पैदल

माघ मेले में देश भर से आए श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़े इसी उद्देश्य से मेला क्षेत्र में ही पांच स्थानों पर पार्किंग स्थल हैं। यहां तक श्रद्धालु अपने वाहनों से पहुंचने के बाद संगम तक पैदल जाते हैं। इन स्थलों के भरने के बाद मेले की तरफ आने वाले वाहनों को मेला से बाहर नैनी, झूंसी, फाफामऊ और शहर के अलग-अलग स्थानों पर खड़ा कराया जा रहा है।

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