Kinnar Akhada की महामंडलेश्वर बोलीं-थर्ड जेंडरों को दी जाए पैतृक संपत्ति में अधिकार Prayagraj News
किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी का थर्ड जेंडर को पैतृक संपत्ति में अधिकार देने का निर्णय सराहनीय है। इस अधिकार के मिलने से थर्ड जेंडरों की स्थिति में सुधार होगा। हालांकि इसे जमीनी स्तर पर लागू करने की जरूरत है।
By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 12 Mar 2021 05:22 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। किन्नर अखाड़ा की उत्तर प्रदेश प्रभारी महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि (टीना मां) ने किन्नरों को पैतृक संपत्ति में अधिकार देने की कार्रवाई शुरू करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई महीने पहले थर्ड जेंडरों को पैतृक संपत्ति में अधिकार की घोषणा की थी। हालांकि अभी उसके अनुरूप कार्रवाई शुरू नहीं की गई। कुछ किन्नरों ने अपने घर में अधिकार मांगने का प्रयास किया तो उनके स्वजनों ने अपमानित करके भगा दिया। पुलिस-प्रशासन भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया।
टीना मां ने सीएम योगी के निर्णय की सराहना की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि ने कहा कि मुख्यमंत्री का थर्ड जेंडर को पैतृक संपत्ति में अधिकार देने का निर्णय सराहनीय है। इस अधिकार के मिलने से थर्ड जेंडरों की स्थिति में सुधार होगा। यह सुधार सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक होगा। हालांकि इसे जमीनी स्तर पर लागू करने की जरूरत है। अन्य कानूनों की तरह यह कागजी न रहने पाए, सरकार को उस दिशा में गंभीरता से विचार करके ठोस कदम उठाने होंगे।
कौशल्या नंद गिरि ने यह भी कहा महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि ने कहा कि जन्म लेने वाला थर्ड जेंडर होगा या बेटा-बेटी यह ईश्वर के अलावा
कोई जानता नहीं है। अगर कोई बेटा या बेटी के बजाय थर्ड जेंडर पैदा हो गया तो उसका अर्थ यह नहीं होता है कि उसको घर से बाहर फेंक दिया जाए या फिर परिवार से निकाल दिया जाए। क्योंकि इसमें उस बच्चे का कोई दोष नहीं है। जन्म लेने के कई साल तक थर्ड जेंडर यह नहीं जानता है कि वह क्या है? वह लड़का है या लड़की? इसकी जानकारी उसे भी नहीं होती। वहीं परिवार और समाज उसको ताने मारकर बताता है कि वह थर्ड जेंडर है।
उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में थर्ड जेंडरों को योजनाओं का मिल रहा लाभमहामंडलेश्वर स्वामी कौशल्या नंद गिरि ने प्रदेश सरकार से मांग किया है कि जिस तरह से बिहार, छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेशों में किन्नर वेलफेयर बोर्ड का गठन करके थर्ड जेंडरों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, उसी तरह से उत्तर प्रदेश में किन्नर वेलफेयर बोर्ड का शीघ्र गठन किया जाए और उसके तहत योजनाओं का लाभ किन्नरों को दिया जाए। दिव्यांगजनों सहित अन्य लोगों को जिस तरह से योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
बोलीं- किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज ने किया संघर्ष कौशल्या नंद गिरि ने कहा कि किन्नरों को समाज में आज जो सम्मानजनक स्थिति है, उसके लिए किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज ने लंबा संघर्ष किया। इसके बाद थर्ड जेंडरों को समाज और कानून ने स्वीकार किया लेकिन आज तक अधिकार नहीं दिया। इससे सभी लोग दु:खी हैं।
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