Monkeypox: प्रतापगढ़ में मंकीपाक्स को लेकर तैयारी तो है, जांच अभी भी लखनऊ के भरोसे
Monkeypox Virus प्रतापगढ़ जनपद में अब तक मंकीपाक्स का कोई केस नहीं मिला है लेकिन सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस महीने तीन लोग विदेश से अपने घर प्रतापगढ़ लौटे हैं। एयरपोर्ट से यह जानकारी मिलने पर कमांड सेंटर की सर्विलांस टीम उन पर बराकर नजर रख रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी में भी मंकीपाक्स की दस्तक होने पर सतर्कता का निर्देश जारी हुआ है। प्रतापगढ़ में भी लोगों को सजग रहने को कहा जा रहा है। यहां पर इस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की भी जांच की सुविधा नहीं है। उनके खून का नमूना लेकर लखनऊ केजीएमसी भेजना पड़ेगा। वहां से रिपोर्ट आने तक मरीज को कोई दवा नहीं दी जा सकेगी। हालांकि अस्पतालों में बेड आरक्षित हैं। जुलाई में विदेश से तीन लोग लौटे हैं। किसी में कोई संदिग्ध लक्षण नहीं मिला।
आने वाले परदेसियों पर मेडिकल सर्विलांस सेल की नजर : प्रतापगढ़ जनपद में अब तक मंकीपाक्स का कोई केस नहीं मिला है, लेकिन सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस महीने तीन लोग विदेश से अपने घर प्रतापगढ़ लौटे हैं। एयरपोर्ट से यह जानकारी मिलने पर कमांड सेंटर की सर्विलांस टीम ने उनकी मानीटरिंग की है। उन पर बराकर नजर रखी जा रही है। राहत वाली बात यह है कि अब तक किसी में कोई संदिग्ध लक्षण नहीं मिला है।
संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की जांच सुविधा नहीं : कई जिले में मंकीपाक्स की दस्तक होने पर प्रतापगढ़ में भी लोगों को सजग रहने को कहा जा रहा है। यहां पर इस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की भी जांच की सुविधा नहीं है। उनके खून का नमूना लेकर लखनऊ भेजना पड़ेगा। मेडिकल कालेज बना है, लेकिन मंकीपाक्स का कोई लक्षण पाए जाने पर अगर संदेह हुआ तो यहां जांच नहीं हो सकेगी।
प्रतापगढ़ से नमूना केजीएमसी लखनऊ भेजना होगा : यहां की सेंट्रल क्लीनिकल पैथोलाजी में केवल रोगी का नमूना लिया जा सकेगा। उसे जांच के लिए केजीएमसी लखनऊ भेजना होगा। वहां से रिपोर्ट आने तक मरीज को कोई दवा नहीं दी जा सकेगी। इतना जरूर है कि स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में तैयारी शुरू करा दी है। इसके अंतर्गत ब्लाक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10-10 बेड आरक्षित किए गए हैं।
क्या कहते हैं सीएमओ : सीएमओ डा. जीएम शुक्ल कहते हैं कि मंकीपाक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। विभाग सतर्क व तैयार है। सर्विलांस टीमें सतर्क हैं। दूसरे प्रदेश व विदेश से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। अगर किसी को गले में खराश, शरीर में दर्द, तेज बुखार, शरीर पर फफोले दिखें तो जांच कराना बेहतर होगा।