Move to Jagran APP

Neha Singh Rathore: बिहार की लोक गायिका नेहा ने विश्वविद्यालय के छात्रों को अब कहा 'बकैतबाज'

Neha Singh Rathore पूर्व में छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर को ज्ञापन सौंपकर नेहा सिंह पर एफआइआर दर्ज कराने की मांग की मांग की। यही वजह है कि नेहा सिहं राठौर को सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय के छात्रों का विरोध झेल रही हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Mon, 21 Dec 2020 10:25 AM (IST)
Hero Image
बिहार की लोक गायिक नेहा सिंह राठौर फिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों पर कमेंट कर चर्चा में आ गई हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। अभिनेता मनोज वाजपेयी के गीत 'मुंबई में का बा' के जबाव में 'बिहार में का बा' गीत गाकर चर्चा में आईं बिहार की लोकगायिका नेहा सिंह राठौर अब इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय पर लगातार विवादित गाना गा रही हैं। इसके पहले उन्होंने एक गाना के जरिये यहां के छात्र संघ पर तमाम आरोप लगाए। इसमें उन्होंने इविवि के छात्रों को बमबाज और कट्टाबाज बताया। इस गाने का काफी विरोध भी हुआ था। अब नेहा ने पार्ट-2 में छात्रों को बकैतबाज बता दिया है।

विरोध में उतरे छात्र, कहा अपमान बर्दाश्त नहीं

उनका ये गाना एक तरफ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, दूसरी तरफ इविवि के छात्रों में इस गाने को लेकर काफी नाराजगी है। पूर्व में छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर को ज्ञापन सौंपकर नेहा सिंह पर एफआइआर दर्ज कराने की मांग की थी। वेे चाहते थे कि नेहा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। यही वजह है कि नेहा सिहं  सिंह राठौर को सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय के छात्रों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा था। अब छात्रों का कहना है कि उन्हें यह बर्दाश्त नहीं है।

कहीं कुलपति को तो नेहा नहीं दे रही चुनौती!

नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने हाल में एक आदेश जारी किया था। रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल की तरफ से जारी इस आदेश में कहा गया था कि यदि इविवि की छवि इंटरनेट मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म (फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सअप) आदि पर धूमिल की जाती है तो सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में तमाम लोग यह भी मान रहे हैं कि नेहा अब पार्ट-2 के जरिये कुलपति को भी चुनौती दे रही हैं। हालांकि, कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि वह आदेश केवल इविवि से जुड़े लोगों के लिए ही था।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।