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Ganga-Yamuna Flood : लगातार बढ़ रहा जलस्तर, अब यमुना किनारे के मोहल्लों में बढ़ी मुसीबत Prayagraj News

गंगा-यमुना नदियों में बाढ़ थमने का नाम ही नहीं ले रही है। दोनों नदियों में जलस्‍तर बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में अब यमुना के किनारे बसे मोहल्‍लों में पानी घुस रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Sat, 21 Sep 2019 06:14 PM (IST)
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Ganga-Yamuna Flood : लगातार बढ़ रहा जलस्तर, अब यमुना किनारे के मोहल्लों में बढ़ी मुसीबत Prayagraj News
प्रयागराज, जेएनएन। गंगा और यमुना नदियों का पानी लगातार बढ़ रहा है, जबकि दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इधर यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी की वजह से नदी किनारे बसे तीन नए मोहल्लों हड्डी गोदाम, इकराम नगर, ऐनुद्दीनपुर मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बड़ी संख्या में यहां के लोग राहत शिविरों में शरण लेने पहुंचे। वहीं कुछ लोग रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। और इलाकों में भी खतरा बना हुआ है।

गऊघाट, बलुआघाट आदि मोहल्लों में यमुना के बाढ़ का पानी भरा

यमुना का जलस्तर कई दिनों से करेली, जेके आशियाना, गड्ढा कॉलोनी, करैलाबाग, बख्शी कला, बख्शी मोढ़ा, सदियापुर, ककरहा घाट, गऊघाट, बलुआघाट आदि मोहल्लों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। यहां के लोग राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं। लगातार बढ़ते जलस्तर के चलते यमुना का पानी ऐनुद्दीनपुर, हड्डी गोदाम, इकरामनगर के कई और इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है।

घर में भरा पानी तो सामान अन्यत्र रख रहे सामान

ऐनुद्दीनपुर के मुमताज और सरताज आलम का कहना है कि पूरे घर में पानी भर गया है। किसी तरह सामान छत के ऊपर पहुंचा दिया है। जरूरी सामान के साथ घरवालों को रिश्तेदार के यहां भेज दिया हे। गड्ढा कॉलोनी के अब्दुल करीम ने बताया कि घर में कमर बराबर पानी भरा है। अकेले घर में हैं। खाने-पीने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। किसी तरह दिन काट रहे हैं।

बाढ़ के प्रकोप से मठ, आश्रम बेहाल

गंगा और यमुना में आई बाढ़ से घरों में ही नहीं बल्कि, मठ आश्रमों में भी परेशानी बढ़ गई है। वेद विद्यालय नहीं संचालित हो पा रहे हैं। झूंसी में स्थित टीकरमाफी आश्रम पानी से घिर गया है। यहां गोशाला और गायों के चारे पर भी संकट आ गया है। टीकरमाफी कैवल्यधाम आश्रम गंगा तट पर कुछ ऊंचाई पर बसा है। आश्रम के गंगा नदी वाले गेट सहित तीन तरफ बाढ़ का पानी भर गया है। कुछ और बाढ़ आने से यह आश्रम चारों तरफ से पानी से घिर सकता है। क्रिया योग संस्थान के निचले इलाके में बसे आश्रम में बाढ़ का पानी भरा है। इसके पास ही आरएसएस के विद्यालय तक भी बाढ़ आने के आसार हैं।

मनकामेश्वर मंदिर के निकट तक पानी पहुंचा

शहर में यमुना बैंक रोड पर स्थित श्री मनकामेश्वर मंदिर के पुजारी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि गर्भगृह के पीछे तक पानी आ गया है। कमरों तक में पानी आ गया है। कमरों में रखे सभी सामान हटा लिए गए हैं और खुद ही सतर्कता बरती जा रही है क्योंकि अब तक किसी प्रकार की प्रशासनिक मदद नहीं मिल सकी है। वहीं नैनी के अरैल स्थित दंडी आश्रम में बाढ़ का पानी तीन फिट तक प्रवेश कर गया है। आश्रम में गंदगी भर गई है। विद्यार्थी घुटने भर पानी में अपने खाने पीने का सामान और बिस्तर व पुस्तकें संभालने में लगे हैं। फाफामऊ के जय गुरुदेव आश्रम तक गंगा का पानी आ गया है। आश्रम में पूजा-पाठ करने वाले भक्त सुरक्षित स्थान पर अपना ठिकाना बना लिए हैं।

घर छोडऩे को तैयार नहीं हो रहे लोग

नैनी क्षेत्र में बाढ़ का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। खासकर महेवा गांव में यमुना का पानी अब ऊंचाई पर बसे इलाके की ओर बढ़ रहा है। कई और मकानों में पानी घुस गया। लोग परेशान हैं, पर ज्यादातर लोग अपने घर को छोडऩे को तैयार नहीं। उन्हें चोरी का डर सता रहा है। कई परिवारों ने मकान के ऊपरी मंजिल पर डेरा जमा रखा है। लोगों को उम्मीद है कि पानी जल्द ही घटने लगेगा। प्रशासन की ओर से कोई सुविधा न मिलने से लोगों में असंतोष बढ़ रहा है। यमुनापार क्षेत्र में महेवा और पालपुर गांव की स्थित गंभीर है। महेवा गांव शहर से नजदीक होने के बावजूद प्रशासन की ओर से वहां बाढ़ पीडि़तों को कोई सुविधा नहीं मिल रही।

राहत शिविर में स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं नहीं मिल रही

पीडि़तों की सहायता के लिए लवायन, अरैल, महेवा, पालपुर और बसवार में बनाई गईं राहत शिविर सिर्फ कागज पर काम कर रहे हैं। दो दिन पूर्व एसडीएम ने महेवा गांव के निरीक्षण के दौरान चौकियों पर एक चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट और स्वास्थकर्मी की तैनाती का निर्देश दिया था, लेकिन हकीकत में वहां कुछ नहीं है। उधर अरैल तटबंध मार्ग पर जेटी को बाढ़ के दबाव से बचाने के लिए बड़ी संख्या में बालू की बोरियां लगाई गईं। तीन दिन से यह क्रम जारी है। रात में बेरियों पानी में डूब जाती है।

विधायक ने सुनीं लोगों की समस्याएं

विधायक प्रवीण सिंह पटेल ने बाढ़ से प्रभावित गांवों का दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनीं। लीलापुर कला गांव पहुंचे विधायक ने लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। यहां लाल बहादुर यादव, शिव कुमार, रमाकांत यादव, विपिन कुमार ने बताया कि चारों तरफ से पानी से घिर जाने के कारण लोग मजदूरी करने नहीं जा पा रहे हैं। चार दिनों से बस्ती की बिजली आपूॢत भी ठप कर दी गई है। राहत के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। विधायक ने फूलपुर के तहसीलदार को लोगों को हर सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया।

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