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SDM Jyoti Maurya: पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य के बैंक खातों की रिपोर्ट तलब, 33 करोड़ रुपये के अवैध लेनदेन के आरोप

पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य के ख‍िलाफ जांच शुरु कर दी गई है। एडीएम प्रशासन ने लखनऊ जाकर छानबीन शुरू की है। कई अहम दस्तावेज जुटाने के साथ इस मामले में कई लोगों से पूछताछ भी की है। वहीं ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य को बयान दर्ज कराने को नोटिस भेजा गया है। ज्योति पर 33 करोड़ रुपये के अवैध लेनदेन के आरोप हैं।

By Prabhapunj MishraEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Fri, 04 Aug 2023 08:20 AM (IST)
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SDM Jyoti Maurya: पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य की जांच शुरु

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के खिलाफ अवैध रूप से लेनदेन के मामले में जांच कमेटी ने छानबीन तेज कर दी है। कमेटी में शामिल एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय ने गुरुवार को लखनऊ में जांच शुरू की। दूसरी ओर ज्योति के छह बैंक खातों की डिटेल मांगी गई है। ज्योति तथा उनके पति आलोक मौर्य को नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।

मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत कर रहे हैं SDM ज्योति मौर्य की जांच

आलोक से आरोपों के बाबत साक्ष्य भी मांगे गए हैं। शासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि 15 दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट दी जाए। आलोक ने ज्योति पर पद का दुरुपयोग करते हुए अकूत कमाई का आरोप लगाया है। शासन स्तर पर नियुक्ति विभाग ने प्रकरण में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को जांच सौंप दी। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद की अध्यक्षता में एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय, एसीएम प्रथम जयजीत कौर की कमेटी गठित की है।

विभागीय लोगों से की जाएगी पूछताछ

कमेटी की बैठक में आलोक की शिकायत का अध्ययन किया गया था। शिकायती पत्र के साथ आलोक ने उस डायरी के 32 पेज का फोटो स्टेट भी संलग्न किया है जिसमें लेनदेन का उल्लेख है। इन पन्नों पर कुल 33 करोड़ रुपये के लेनदेन का जिक्र है। इसी बैठक में जांच की दिशा तय हुई थी और तेजी से छानबीन करने को लेकर रणनीति बनाई गई थी। उसी रणनीति के तहत एडीएम प्रशासन गुरुवार सुबह ही लखनऊ रवाना हो गए। वहां पर उन्होंने कई विभागों के कार्यालयों से कई दस्तावेज इकट्ठा किए तो कुछ विभागीय लोगों से पूछताछ की।

जहां ठहरे थे ज्योति और मनीष उन होटलों से मांगा गया ब्‍योरा

निलंबित होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को लेकर भी एडीएम प्रशासन ने लखनऊ में जानकारी जुटाई। शाम को चार होटलों से भी ब्योरा तलब किया, जिसमें कुछ माह पहले ज्योति और मनीष ठहरे थे। दूसरी ओर कमेटी ने आलोक और ज्योति को नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए प्रयागराज बुलाया है। कमेटी ने नोटिस में कहा कि बयान दर्ज कराने के साथ वे आरोपों तथा दावों का साक्ष्य भी प्रस्तुत करें। अपर आयुक्त प्रशासन का कहना है कि डायरी की राइटिंग की जांच अलग से होगी। पीसीएस अधिकारी को बुलाने की सूचना सार्वजनिक नहीं की जाएगी, वरना जांच प्रभावित हो सकती है।

पीसीएस अफसर के पति ने ये लगाए आरोप

आलोक ने शासन में लिखित शिकायत की है कि ज्योति ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। सारे लेनदेन एक डायरी में है। वाराणसी निवासी ज्योति की तैनाती प्रयागराज और कौशांबी में भी थी। इस समय वह बरेली मैं तैनात हैं। उनके पति आलोक प्रयागराज के राजरूपपुर के निवासी हैं।

किसी भी हाल में 15 दिन में इस प्रकरण की जांच पूरी करनी है। जांच कमेटी को इसको लेकर सचेत कर दिया गया है। इसीलिए कमेटी ने तेजी से जांच शुरू की है। जांच को लेकर निगरानी की जा रही है।

विजय विश्वास पंत, मंडलायुक्त

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