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Prayagraj: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों ने किया हंगामा, बाइकें जलाई, कारों के शीशे तोड़े, फायरिंग का आरोप

Allahabad University Student Protest- प्रयागराज स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के परिसर में सोमवार दोपहर अचानक छात्र संघ का हुजूम उमड़ पड़ा। छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में एकत्रित होकर जमकर हंगामा किया। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय के गेट पर तैनात गार्ड ने गोली चलाई है।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Mon, 19 Dec 2022 05:32 PM (IST)
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इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता: इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर सोमवार को एक बार फिर हिंसा और आगजनी से सुलग उठा। गेट खोलने के लिए छात्र नेता और विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी गार्ड्स के बीच झड़प में भारी बवाल हो गया। मारपीट में छात्र नेता विवेकानंद का सिर फट गया। आरोप है कि गार्ड्स ने लाठी-राड से पीटा और फायरिंग की जिससे कई छात्र जख्मी हुए। इसके बाद हास्टलों से जुटे सैकडों छात्रों ने पथराव करते हुए पलटवार किया। 

इस दौरान छात्रसंघ भवन से कुलपति कार्यालय के आगे तक तोड़फोड़ तथा आगजनी की गई। दो बाइक जला दी गई। कई गाड़ियां, गमले, कुर्सियां, कांच तोड़ डाले। पुलिस कमिश्नर और डीएम ने पूरे जिले की फोर्स बुलाकर स्थिति काबू में की। गोली चलाने वाले गार्ड्स की गिरफ्तारी पर अड़े घायल छात्र देर शाम बहुत समझाने पर मेडिकल कराने के लिए राजी हुए लेकिन कहा कि मुकदमा और गिरफ्तारी होने तक वे इवि परिसर में बैठे रहेंगे। 

तीन घंटे तक चला बवाल

छात्रों ने तीन घंटे तक चले बवाल के लिए चीफ प्राक्टर और सिक्योरिटी गार्ड्स को जिम्मेदार बताया जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कहा गया कि छात्रों ने ही झगड़ा शुरू कर पथराव और फायरिंग के बाद आगजनी की तथा इसमें पुलिस ने भी कोई सख्त कदम नहीं उठाया।

तीन बजे शुरू हुआ झगड़ा

झगड़े की शुरूआत दिन में करीब तीन बजे हुई जब छात्र नेता विवेकानंद पाठक स्टेट बैंक की विश्वविद्यालय शाखा में केवाईसी कराने के लिए पहुंचे तो छात्रसंघ भवन के बंद गेट को खोलने के लिए सिक्योरिटी गार्ड्स से झड़प हो गई। विवेकानंद के साथ आए छात्रों ने जबरन गेट खोला तो गार्ड्स से मारपीट हो गई। 

लाठी और राड से पीटने का आरोप

आरोप है कि गेट से भागे गार्ड कुछ देर बाद चीफ प्राक्टर हर्ष कुुमार के साथ लौटे और छात्रों पर हमला कर दिया। लाठी और राड से पीटा जिससे विवेकानंद का सिर फटा, साथ मौजूद कई और छात्र घायल हुए। आरोप है कि गार्डस् ने फायरिंग की, वो भी हवा में नहीं बल्कि छात्रों को निशाने पर लेकर। इस बीच कर्नलगंज थाना प्रभारी राममोहन राय पुलिस बल के साथ आ गए थे। छात्रों और पुलिस के बीच बातचीत के दौरान गार्डस के हमले से भड़के छात्रों ने भी जवाबी हमला कर दिया।

पथराव में तमाम गाड़ियों के कांच टूटे

आसपास के हास्टलों से जुटे सैकड़ों छात्रों ने शाम करीब चार बजे विवेकानंद पाठक के साथ चीफ प्राक्टर कार्यालय तक शांति मार्च शुरू किया। छात्र पुलिस के पहरे में थे, इसके बावजूद चीफ प्राक्टर कार्यालय के पास गाड़ियों, गमलों, कुर्सियों को तोड़ा गया। पथराव में तमाम गाड़ियों के कांच टूटे। एक कार को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया। चीफ प्राक्टर दफ्तर के बाहर और वीसी कार्यालय के पीछे दो बाइक में आग लगा दी गई। आसपास खड़ी अन्य गाड़ियों को भी आगजनी में नुकसान पहुंचा। 

आलाधिकारी मौके पर पहुंचे

भारी उपद्रव की खबर पाकर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, डीएम संजय कुमार खत्री, अपर आयुक्त आकाश कुलहरि, नगर और गंगानगर के डीसीपी समेत कई एसीपी भी पुलिस बल के साथ आ गए। छात्रों को किसी तरह समझाकर छात्र संघ भवन की तरफ ले जाया गया। लौट रहे छात्र पथराव करते रहे। 

गार्ड्स ने छात्रों को फंसाने के लिए की आगजनी

घायल छात्र नेता विवेकानंद ने कमिश्नर और डीएम से कहा कि वह शांतिपूर्ण मार्च पर गए थे लेकिन विश्वविद्यालय के गार्ड्स ने छात्रों को फंसाने के लिए आगजनी की। जब तक मुकदमा लिखकर चीफ प्राक्टर और गार्डस् को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा वह और बाकी छात्र छात्र संघ भवन परिसर में बिना इलाज कराए बैठे रहेंगे।

बातचीत और मान-मनौव्वल के बाद दी गई तहरीर

शाम पांच बजे से कई दौर की बातचीत और मान-मनौव्वल के बाद हमलावर सिक्योरिटी गार्ड्स के खिलाफ मुकदमे की तहरीर देकर विवेकानंद समेत पांच छात्र मेडिकल कराने के लिए राजी हुए तो पुलिस जीप में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। छात्र चेतावनी देते रहे कि अगर हत्या की कोशिश का मुकदमा लिखकर गिरफ्तारी नहीं की गई तो मंगलवार को उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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