प्रयागराज के क्रिकेटर यश दयाल शर्मा टीम इंडिया से जुड़़े, मोहम्मद कैफ समेत तीन अन्य भी खेल चुके हैं
गंगा किनारे यानी प्रयागराज निवासी यश दयाल शर्मा अपनी चमक बिखेरने के लिए अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। वे वहां इंडियन टीम को अपनी गेंदबाजी से प्रैक्टिस कराएंगे। टीम इंडिया का हिस्सा प्बनने का गौरव रयागराज के मोहम्मद कैफ ज्योति यादव और ज्ञानेंद्र पांडेय को है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वर्षों बाद एक बार फिर से क्रिकेट की दुनिया को प्रयागराज ने एक और क्रिकेटर दिया है। आज रविवार को अहमदाबाद में भारत और वेस्टइंडीज टीम के बीच मैच खेला जाएगा। गंगा किनारे रहने वाला यह छोरा अपनी चमक बिखेरने के लिए अहमदाबाद पहुंच चुका है। वह इंडियन टीम के बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से प्रैक्टिस कराएंगे। प्रयागराज के मोहम्मद कैफ, ज्योति यादव और ज्ञानेंद्र पांडेय टीम इंडिया का हिस्सा बन चुके हैं।
यश बाएं हाथ के तेज गेंजबाद हैं
प्रयागराज के करबला निवासी यश दयाल शर्मा का चयन भारतीय टीम के शिविर में हुआ है। यश का जन्म 13 दिसंबर 1997 को हुआ है। यश के पिता चंद्रपाल दयाल भी क्रिकेटर रहे हैं। यश दयाल बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं और उनकी कहर बरसाती गेंदे अक्सर मैचों का रुख मोड़ती नजर आती हैं। यश दयाल की उपलब्धि से उनके परिवार समेत दोस्त खुश हैं तो शहर के क्रिकेट प्रेमियों में उत्साह है। अब सबकी उनसे उम्मीदें हैं।
यश 2018 में यूपी की अंडर-23 बोर्ड ट्राफी में खेल चुके हैं
यश दयाल शर्मा प्रयागराज में ही लंबे समय से क्रिकेट की तैयारी करते रहे। 2018 में उत्तर प्रदेश की अंडर 23 बोर्ड ट्राफी में इनका चयन हुआ। यश ने अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का मन मोहा और उसके बाद लगातार उत्तर प्रदेश की टीम के विभिन्न ट्राफी और टूर्नामेंट में खेलते नजर आए। अपनी बेहतरीन गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले यश दयाल ने चार वर्ष के अंदर काफी प्रगति की है।
पांच वर्ष की उम्र में शुरू की थी प्रैक्टिस
यश दयाल आज भले ही भारतीय टीम में शामिल हो गए लेकिन इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत, उनकी वर्षों की तपस्या और उनके पिता का सपना भी शामिल है। मात्र पांच वर्ष की उम्र में ही यश ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उनके पिता चंद्रपाल दयाल भी अच्छे क्रिकेटर रहे और उन्होंने सबसे पहले अपने बेटे को क्रिकेट की बारीकियां सिखाने का काम शुरू किया। चंद्रपाल अपने साथ यश को मदन मोहन मालवीय स्टेडियम ले जाते जहां क्रिकेट का शुरुआती ककहरा यश ने सीखा। यश के बचपन के कोच बीएन अग्रवाल रहे, जिन्होंने गेंदबाजी का हुनर सिखाया। इसके बाद कोच कौशिक पाल अमित पाल आदि ने भी यश को तराशा और अब हीरा पूरी दुनिया के सामने चमकने के लिए तैयार है।
शनिवार को भारतीय टीम के साथ की प्रैक्टिस
यश दयाल के पिता चंद्रपाल दयाल ने बताया कि 30 जनवरी को यस के पास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के जरिए फोन आया था और उन्हें वेस्टइंडीज और भारत के बीच होने वाले मैच सीरीज के लिए इंडियन टीम के शिविर में शामिल करने की सूचना दी गई थी। 31 जनवरी को यश दयाल फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचे। शनिवार को यश दयाल लें भारतीय टीम के साथ प्रैक्टिस भी की।
जानें, कैसा रहा यश दयाल का क्रिकेट करियर
यश दयाल का क्रिकेट कैरियर अभी तक बहुत ही शानदार रहा उन्होंने अभी तक प्रथम श्रेणी के 12 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 45 विकेट हासिल किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 48 रन देकर पांच विकेट था। वही लिस्ट ए के 14 मैच में यश दयाल ने 23 विकेट हासिल किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन देकर 5 विकेट था।